नमस्कार दोस्तों, Bazaareducation में आपका स्वागत है। आज हम इस Article में Commodity Market क्या होता है ? इस बारे में Complete Details में जानने वाले हैं।
जैसे कि ;- 1. Commodities क्या होती हैं ?
2. Commodity Market क्या होता है ?
3. Commodity Trading कितने प्रकार की होती हैं ?
4. Commodity Products (Raw Materials) कितने प्रकार के होते हैं ?
5. Commodity Market में कौन Trade करता हैं ?
6. भारत में कुल कितने Commodity Exchange हैं ?
7. भारत के दो प्रमुख Commodity Exchange कौन से हैं ?
8. दुनिया में सबसे ज्यादा ट्रेड की जाने वाली टॉप 10 Commodities कौन सी हैं ?
9. Commodity Market को कौन Regulate करता है ?
10. हम Commodity Market में कैसे Trade कर सकते हैं ?
1. Commodities क्या होती हैं ?
ऐसी वस्तुएं या चीजें जो इंसान द्वारा नहीं बनाई जा सकतीं, जो हमें प्रकृति के माध्यम से मिलती हैं, उन्हें हम Commodities कहते हैं। जैसे कि Gold, Silver, Aluminum, Brass, Crude Oil, Natural Gas, Castor Seed, Cotton, Crude Palm Oil, Rubber आदि।
Commodities ऐसी वस्तुएं या चीजें होती हैं जिनकी अपने आप में एक Value होती है, जो अपने आप में एक Value Create करती हैं और उसी Value को हम Commodity Market में Trade करते हैं।
2. Commodity Market क्या होता है ?
Commodity Market या वस्तु बाजार एक ऐसी जगह होती है, एक ऐसा “Marketplace” होता है जहाँ पर Share Market की तरह ही Exchange और Broker के माध्यम से Investors और Traders आपस में Market में “Listed Primary Products या Raw Materials जैसे कि Gold, Silver, Aluminum, Brass, Crude Oil, Natural Gas, Castor Seed, Cotton, Crude Palm Oil, Rubber आदि में Physically या Virtually रूप में एक दूसरे के साथ खरीदी-बिक्री करते रहते हैं। दोस्तों, ऐसी जगह को ही हम Commodity Market या वस्तु बाजार कहते हैं।
अगर मैं आपको आसान शब्दों में बताऊं कि Commodity Market क्या होता है, तो इसे हम ऐसे कह सकते हैं कि Commodity Market एक ऐसी जगह होती है, जहाँ पर Primary Products या Raw Materials को लोगो द्वारा Physically या Virtually रूप में खरीदा और बेचा जाता हैं। ऐसी जगह को ही हम Commodity Market या वस्तु बाजार कहते हैं।
3. Commodity Trading कितने प्रकार की होती हैं ?
Commodity Trading पांच प्रकार की होती हैं।
1. Spot Trading
2. Forward Trading
3. Future Trading
4. Option Trading
5. Swap Trading
1. Spot Trading
Spot Trading का मतलब होता है कि जिसमें हम सामने वाली Party को पैसे देकर या सामने वाली Party से पैसे लेकर Immediately किसी भी Asset, Commodity, या Currency को उसकी Currant Market Price के आधार पर खरीद और बेच सकते हैं, और तुरंत उसकी Physical Delivery ले सकते हैं, उसे हम Spot Trading कहते हैं।
For Example ;- मान लेते हैं कि आपको Gold खरीदना है, जो कि एक Commodity है। तो इसके लिए आप किसी भी Gold Shop या ज्वैलर के पास जा सकते हैं और उनको पैसे देकर उनसे Gold खरीद सकते हैं।
दोस्तों, इस तरह से Physical रूप में किसी भी Asset या Commodity को खरीदना और बेचना, Spot Trading के अंदर ही आता है।
2. Forward Trading
Forward Trading एक प्रकार का Over-The-Counter (OTC) Derivative Contract होता है जिसमें दो पार्टियाँ, Market में किसी भी Asset या Commodity की Prices में होने वाले उतार-चढ़ाव की अनिश्चितता (Uncertainty) के जोखिम से खुद को बचाने के लिए आपस में एक Fix Time Period के लिए और एक Fix Price पर किसी Asset या Commodity की एक Fix Quantity का सौदा या Contract करती है, उसे हम Forward Trading कहते हैं।
3. Future Trading
Future Trading एक प्रकार का Exchange-Traded Derivative Contract होता है जिसमें दो पार्टियाँ, Exchange और Broker के माध्यम से आपस में एक दूसरे के साथ एक Fix Time Period के लिए और एक Fix Price पर किसी Asset, Commodity, या Currency की एक Fix Quantity का सौदा या Contract करती है, उसे हम Future Trading कहते हैं।
4. Option Trading
Option Trading भी एक Exchange Traded Derivative Contract होता है जिसमें दो पार्टियाँ, Exchange और Broker के माध्यम से आपस में एक दूसरे के साथ Future Trading की तरह ही एक Fix Time Period के लिए और एक Fix Price पर किसी Asset, Commodity, या Currency की एक Fix Quantity का सौदा या Contract करती है, उसे हम Option Trading कहते हैं।
लेकिन Option Trading में Buyer Party पर, मतलब कि Assets और Commodities को खरीदने वाली Party पर, Future Trading की तरह उन Assets और Commodities को उस Fix Time Period के अंदर और उस Fix Price पर खरीदने के लिए कोई Obligation नहीं होता है, मतलब कि कोई बाध्यता नहीं होती है, जैसा कि Future Trading में होता है।
Option Trading में, Option Buy करने वाली Party के पास यह Rights होता है कि अगर वह किसी भी Reason के कारण उस Contract को पूरा नहीं करना चाहती है, तो वह उस Contract को Cancel भी कर सकती है। जबकि Future Trading में Buyer Party के पास ऐसे कोई भी Rights नहीं होते है।
5. Swap Trading
Commodity Swap एक प्रकार का Over-The-Counter (OTC) Derivative Contract होता है, जिसमें दो पार्टियाँ आपस में एक दूसरे के साथ एक निश्चित समय अवधि (Fix Time Period) के लिए और एक निश्चित मात्रा (Fix Quantity) के आधार पर किसी Asset या Commodity की Floating Rate को Fixed Rate में बदलने के लिए एक Contract साइन करती हैं, जिसे हम Commodity Swap या Commodity Swap Trading कहते हैं।
आमतौर पर, Commodity Swap दो पार्टियों के बीच में ही किया जाता है, लेकिन कभी-कभी इस कॉन्ट्रैक्ट में तीन पार्टियाँ भी शामिल हो सकती हैं।
4. Commodity Products (Raw Materials) कितने प्रकार के होते हैं ?
Commodity Products या Raw Materials दो प्रकार के होते हैं।
1. Soft Commodities जिन्हें हम Agriculture Commodities भी कहते हैं।
2. Hard Commodities जिन्हें हम Non-Agriculture Commodities भी कहते हैं।
1. Soft Commodities (Agriculture Commodities)
दोस्तों, Soft Commodities या Agriculture Commodities वे वस्तुएं होती हैं जो हमें Agriculture (खेती) के माध्यम से मिलती हैं, उन्हें हम Soft Commodities या Agriculture Commodities कहते हैं।
Soft Commodities या Agriculture Commodities में जो Commodity Products या Raw Materials आते हैं, वे नीचे दिए गए हैं।
CEREALS AND PULSES (अनाज और दालें)
Chana
Barley
Bajra
Wheat
Moong
Maize Feed Industrial Grade
Paddy (Basmati) – Pusa 1121
FIBRES (फाइबर, रेशे)
Kapas
29 MM Cotton
SPICES (मसाले)
Turmeric
Coriander
Jeera
OIL AND OIL SEEDS (तेल और तेल बीज)
Castor Seed
Refined Castor Oil
Cotton Seed Oilcake
Soybean
Refined Soy Oil
Mustard Seed
Crude Palm Oil
Natural Whitish Sesame Seeds
Hipro Soybean Meal
SOFT (सॉफ्ट)
Gur (Feed Grade)
GUAR COMPLEX (ग्वार काम्प्लेक्स)
Guar Seed 10 MT
Guar Gum Refined Splits
2. Hard Commodities (Non-Agriculture Commodities)
दोस्तों, Hard Commodities या Non-Agriculture Commodities वे वस्तुएं होती हैं जो हमें Agriculture (खेती) के माध्यम से न मिलकर सीधे प्रकृति के माध्यम से मिलती हैं। उन्हें हम Hard Commodities या Non-Agriculture Commodities कहते हैं।
Hard Commodities या Non-Agriculture Commodities को तीन भागों में बांटा गया है।
1. Precious Metals
2. Base Metals
3. Energy Scripts
1. Precious Metals
Gold
Silver
Platinum
2. Base Metals
Aluminium
Copper
Lead
Nickel
Zinc
3. Energy Scripts
Crude Oil
Natural Gas
Thermal Coal
5. Commodity Market में कौन Trade करता हैं ?
Commodity Market में तीन तरह के लोग Trading करते हैं, जिनमें Hedgers, Speculators, और Arbitrageurs शामिल होते हैं।
Hedgers
Hedgers वह लोग होते हैं जो Market में Commodities की कीमतों में होने वाले उतार-चढ़ाव (Price Fluctuations) के Risk से खुद को बचाने के लिए Commodity Market में ट्रेड करते हैं। उन्हें हम ‘Hedgers ‘ कहते हैं।
Speculators
Speculators वह लोग होते हैं जो Market में Commodities की कीमतों में होने वाले उतार-चढ़ाव (Price Fluctuations) के बारे में अपनी एक राय बनाकर Commodity Market में ट्रेड करते हैं। यानि कि जो लोग Assumptions के Base पर Commodity Market में ट्रेड करते हैं। उन्हें हम ‘Speculators’ कहते हैं।
Arbitrageurs
Arbitrageurs वह लोग होते हैं जो Market में किसी Commodity की दो कीमतों के बीच के Difference से पैसा कमाने के लिए Commodity Market में ट्रेड करते हैं। उन्हें हम ‘Arbitrageurs’ कहते हैं।
दोस्तों, अगर आप Hedgers, Speculators और Arbitrageurs के बारे में Details में जानना चाहते हैं, तो इसके लिए आप हमारा “Derivative Market” पर लिखा हुआ Article पढ़ सकते हैं। जिसमें हमने Example के माध्यम से समझाया है कि Hedgers, Speculators और Arbitrageurs कौन होते हैं।
6. भारत में कुल कितने Commodity Exchange हैं ?
भारत में वर्तमान में 25 National Commodity Exchanges हैं, जिनमें से कुछ के नाम नीचे दिए गए हैं।
1. MCX (Multi Commodity Exchange of India Limited)
2. NCDEX (National Commodity And Derivatives Exchange Limited)
3. ICEX (Indian Commodity Exchange Limited)
4. ACE (ACE Derivatives And Commodity Exchange Limited)
5. MSE (Metropolitan Stock Exchange of India Limited)
7. भारत के दो प्रमुख Commodity Exchange कौन से हैं ?
भारत के दो प्रमुख Commodity Exchange हैं।
- MCX (Multi Commodity Exchange of India Limited)
- NCDEX (National Commodity And Derivatives Exchange Limited)
MCX (Multi Commodity Exchange of India Limited) में मुख्य रूप से Non-Agriculture Commodities जैसे कि सोना, चांदी, तेल, धातु आदि में ज्यादा Trading की जाती है। जबकि NCDEX (National Commodity And Derivatives Exchange Limited) में मुख्य रूप से Agriculture Commodities जैसे कि सोयाबीन, चना, गेहूं, चावल आदि में ज्यादा Trading की जाती है।
दोस्तों, नीचे आप MCX (Multi Commodity Exchange of India Limited) और NCDEX (National Commodity And Derivatives Exchange) में Trade की जाने वाली Commodities / Products की List देख सकते हैं।
8. दुनिया में सबसे ज्यादा ट्रेड की जाने वाली टॉप 10 Commodities कौन सी हैं ?
दुनिया में सबसे ज्यादा ट्रेड की जाने वाली टॉप 10 Commodities हैं।
1. Crude Oil
2. Coffee
3. Natural Gas
4. Gold
5. Wheat
6. Cotton
7. Corn
8. Sugar
9. Silver
10. Copper
9. Commodity Market को कौन Regulate करता है ?
भारतीय Commodity Market को 28 सितंबर 2015 से SEBI (Securities And Exchange Board of India) द्वारा Regulate किया जाता है। इससे पहले, भारतीय Commodity Market को FMC (Forward Market Commission) द्वारा Regulate किया जाता था।
10. हम Commodity Market में कैसे Trade कर सकते हैं ?
Commodity Market में Trading करने के लिए आपके पास एक Demat और Trading Account होना जरूरी होता है, और उसमें भी Commodity का Segment Active होना आवश्यक है। अगर आपके पास Demat और Trading Account है पर उसमें Commodity का Segment Active नहीं है, तो आप Commodity Market में Trading नहीं कर पाएंगे।
Commodity का Segment Active करवाने के लिए आपको Income Proof की आवश्यकता होती है, जैसे कि पिछले 6 महीनों की आपकी बैंक स्टेटमेंट या फिर आपकी सैलरी स्लिप।
दोस्तों, आप किसी भी Discount Broker के पास अपनी कुछ Basic Information और Income Proof के माध्यम से अपना Demat और Trading Account Open करवा सकते हैं और उसमें आसानी से Commodity का Segment Active भी कर सकते हैं। उसके बाद आप Commodity Market में Trading कर पाएंगे।
Important Points
- ऐसी वस्तुएं या चीजें जो इंसान द्वारा नहीं बनाई जा सकतीं, जो हमें प्रकृति के माध्यम से मिलती हैं, उन्हें हम Commodities कहते हैं। जैसे कि Gold, Silver, Aluminum, Brass, Crude Oil, Natural Gas, Castor Seed, Cotton, Crude Palm Oil, Rubber आदि।
- Commodity Market या वस्तु बाजार एक ऐसी जगह होती है, एक ऐसा “Marketplace” होता है जहाँ पर Primary Products या Raw Materials को लोगो द्वारा Physically या Virtually रूप में खरीदा और बेचा जाता हैं। ऐसी जगह को ही हम Commodity Market या वस्तु बाजार कहते हैं।
- Commodity Trading पांच प्रकार की होती हैं। जैसे कि Spot Trading, Forward Trading, Future Trading, Option Trading, और Swap Trading आदि।
- Commodity Products या Raw Materials दो प्रकार के होते हैं। जैसे कि Soft Commodities, जिन्हें हम Agriculture Commodities भी कहते हैं, और Hard Commodities, जिन्हें हम Non-Agriculture Commodities भी कहते हैं।
- Commodity Market में तीन तरह के लोग Trading करते हैं, जिन्हें हम Hedgers, Speculators, और Arbitrageurs कहते हैं।
- वर्तमान में भारत में 25 National Commodity Exchanges हैं, जिनमें से दो प्रमुख Commodity Exchanges का नाम हैं – MCX (Multi Commodity Exchange of India Limited) और NCDEX (National Commodity And Derivatives Exchange Limited)
- सबसे ज्यादा Trade की जाने वाली Top 10 Commodities हैं, Crude Oil, Coffee, Natural Gas, Gold, Wheat, Cotton, Corn, Sugar, Silver और Copper आदि।
NOTE;- अगर आपके पास अभी तक Demat और Trading Account नहीं है, तो आप निचे दिए गए Link पर Click करके भारत के प्रमुख Discount Broker के पास अपना Demat और Trading Account खोल सकते हैं और Stock Market में Invest कर सकते हैं।
So I Hope कि आपको समझ में आ गया होगा कि Commodity Market क्या होता है ? तो आपको Commodity Market पर हमारा यह Article कैसा लगा, निचे Comments करके जरूर बताइयेगा।
धन्यवाद ।। ”