Face Value क्या होती है ?

Face Value क्या होती है ?

नमस्कार दोस्तों, Bazaareducation में आपका स्वागत है। आज हम इस Article में Face Value क्या होती है ? इस बारे में Complete Details में जानने वाले हैं।

जैसे कि ;-  1. Face Value क्या होती है ?

2. Face Value हम कैसे Calculate कर सकते हैं ?

3. Face Value का क्या उपयोग होता है ?

4. Face Value और Market Value में क्या Difference होता है ?

5. Face Value और Book Value में क्या Difference होता है ?

6. हम कैसे किसी भी कंपनी का Face Value Check कर सकते हैं ?

1. Face Value क्या होती है ?

Face Value एक कंपनी के शेयरों की Actual Value होती है Real Value होती है, जो उस कंपनी के Share Certificate पर लिखी होती है।

दोस्तों, जब भी कोई कंपनी अपने Business के लिए शुरुआत में IPO के माध्यम से Stock Market से पैसा Raise करना चाहती है, तब उसे Stock Market में List होने से पहले अपनी पूरी कीमत (Total Cost) को शेयर्स में Convert करना पड़ता है। और जब एक कंपनी अपनी पूरी कीमत को शेयर्स में Convert कर लेती है, तो उसके बाद जो मूल्य (Value) कंपनी के एक शेयर का निकलकर आता है, उसे हम उस कंपनी का Face Value कहते हैं।

अगर मैं आपको आसान शब्दों में बताऊं कि Face Value क्या होती है, तो इसे हम ऐसे कह सकते हैं कि Face Value एक कंपनी के शेयरों की वो Value होती है जो एक कंपनी द्वारा पहली बार IPO (Initial Public Offering) के Through Market में अपने शेयर्स को जारी करते समय तय की जाती है।

चलिए, इसे हम एक Example के माध्यम से समझने की कोशिश करते हैं।

मान लेते हैं कि एक ABC Limited नाम की कंपनी है, जिसकी Total Cost 100 करोड़ रूपये है।

और मान लेते हैं कि उस कंपनी के Owners अपनी कंपनी की Total Cost को 10 करोड़ शेयरों में बदलना चाहते हैं।

तो, इस Situation में उस कंपनी की Face Value होगी।

Face Value = Total Cost / Total Number Of Shares

100 करोड़ / 10 करोड़ = 10 रूपये

तो दोस्तों, उस ABC Limited कंपनी की Face Value 10 रुपये होगी।

दोस्तों, मैं आपको बता दूँ कि एक कंपनी की “Face Value” को हम Nominal Value, Par Value और हिंदी में अंकित मूल्य के नाम से भी जानते हैं।

2. Face Value हम कैसे Calculate कर सकते हैं ?

किसी भी कंपनी की Face Value को Calculate करने के लिए, हमे उस कंपनी के Equity Share Capital को उस कंपनी के Total Number Of Outstanding Shares से Divide करना होता है।

चलिए, इसे हम wipro कंपनी के एक Real Example के माध्यम से समझने की कोशिश करते हैं कि कैसे हम किसी भी कंपनी का Face Value कैलकुलेट कर सकते हैं।

तो दोस्तों, Current Time में Wipro कंपनी का Equity Share Capital 1,096.40 करोड़ रुपयों का है।

और Wipro कंपनी के सभी Total Number Of Outstanding Shares की संख्या 548.72 करोड़ है।

तो, Wipro कंपनी का Face Value होगा।

Face Value = Equity Share Capital / Total Number Of Outstanding Shares

1,096.40 करोड़ / 548.72 करोड़ = 1.99.81, लगभग 2 रूपये 

तो दोस्तों, Wipro कंपनी का Face Value 2 रूपये होगा।

3. Face Value का क्या उपयोग होता है ?

एक Investor के लिए एक कंपनी की Face Value का Investing के Point Of View से कोई विशेष उपयोग नहीं होता है, लेकिन एक कंपनी अपनी Face Value का उपयोग कई कार्यों के लिए करती है, जो कि नीचे दिए गए हैं।

Dividend Payment 

जब भी कोई कंपनी अपने Investors को Dividend की Payment करती है, तो वह अपनी Face Value के आधार पर ही तय करती है कि वह अपने Investors या Shareholders को कितने प्रतिशत का Dividend (लाभांश) देगी। मतलब कि दोस्तों, जब भी हम सुनते हैं कि किसी XYZ Limited कंपनी ने अपने Shareholders को उनकी की गई Investment पर 50 या 60 प्रतिशत का Dividend (लाभांश) दिया है, तो इसका मतलब होता है कि उस XYZ Limited कंपनी ने अपने Shareholders को अपनी Face Value के आधार पर 50 या 60 प्रतिशत का Dividend (लाभांश) दिया है, ना कि अपने शेयर्स की Market Value के आधार पर।

For Example ;- मान लेते हैं कि एक XYZ Limited नाम की कंपनी है, जिसकी Face Value 10 रूपये है, और मान लेते हैं कि उस XYZ Limited कंपनी ने अपने सभी Shareholders को उनकी की गई Investment पर 50 प्रतिशत का Dividend दिया है, तो उसका मतलब होता है कि उस XYZ Limited कंपनी ने अपने सभी Shareholders को उनके ख़रीदे गए प्रत्येक शेयर पर 5 रूपये का Dividend दिया है, जो कि उस कंपनी की Face Value का 50 प्रतिशत होता है, ना कि उस कंपनी की Market Value का।
Stock Split

जब भी कोई कंपनी अपने Stocks को Split करती है, मतलब कि जब भी कोई कंपनी अपने स्टॉक्स को दो या दो से अधिक भागों (Parts) में बांटना चाहती है या फिर अपने स्टॉक्स की संख्या को कम करना चाहती है, तो इसके लिए भी वह अपनी Face Value का उपयोग करती है।

चलिए, इसे हम दो Different Examples के माध्यम से समझने की कोशिश करते हैं।

Example Number One  

मान लेते हैं कि एक ABC Limited नाम की कंपनी है, जिसकी Face Value 10 रूपये है और उस कंपनी के सभी Total Number Of Outstanding Shares की संख्या 1 करोड़ है।

और मान लेते हैं कि उस कंपनी के Owners अपनी कंपनी के शेयरों को 1:2 से Split करना चाहते हैं, मतलब कि दोस्तों उस कंपनी के Owners अपनी कंपनी के शेयरों की संख्या को दोगुना करना चाहते हैं।

तो इस Situation में, उस कंपनी के शेयरों की संख्या 1 करोड़ से बढ़कर 2 करोड़ हो जाएगी और उस कंपनी की Face Value 10 रूपये से घटकर 5 रूपये हो जाएगी।

Example Number Two

मान लेते हैं कि एक XYZ Limited नाम की कंपनी है, जिसकी Face Value 2 रूपये है और उस कंपनी के सभी Total Number Of Outstanding Shares की संख्या 5 करोड़ है।

और मान लेते हैं कि उस कंपनी के Owners अपनी कंपनी के शेयरों को 1:05 Split करना चाहते हैं, मतलब कि दोस्तों उस कंपनी के Owners अपनी कंपनी के शेयरों की संख्या को आधा करना चाहते हैं।

तो इस Situation में, उस कंपनी के शेयरों की संख्या 5 करोड़ से घटकर 2 करोड़ 50 लाख हो जाएगी और उस कंपनी की Face Value 2 रूपये से बढ़कर 4 रूपये हो जाएगी।

तो दोस्तों, इस तरह से एक कंपनी अपने Stocks को Split करने के लिए अपनी Face Value का उपयोग करती है।

आगे आने वाले Articles में हम “Stock Split क्या होता है” इस बारे में Complete Details में बात करेंगे।

Premium Calculation

एक कंपनी के शेयर्स को खरीदते समय, हम उस पर कितना Premium Pay कर रहे हैं, यानी कि एक कंपनी के शेयर को खरीदते समय, हम उस शेयर की Actual Value से कितना ज्यादा पैसा Pay कर रहे हैं, यह कैलकुलेशन भी उस कंपनी की Face Value के आधार पर ही किया जाता है।

For Example ;- मान लेते हैं कि एक ABC Limited नाम की कंपनी है, जिसकी Face Value 20 रूपये है।

और उस कंपनी के Owners अपनी कंपनी के शेयरों को 70 रुपये की प्राइस में Market में जारी करना चाहते हैं।

तो इस Situation में, उस कंपनी के प्रत्येक शेयर पर Pay किए जाने वाला Premium होगा ?

Share Premium = Share Market Value – Face Value

70 रूपये – 20 रूपये = 50 रूपये

अगर हम इस ABC Limited कंपनी के शेयर्स को 70 रुपये की प्राइस में खरीदते हैं, तो इसका मतलब होता है कि हम उस ABC Limited कंपनी के प्रत्येक शेयर पर 50 रुपये का Premium Pay कर रहे हैं।

दोस्तों, मैं आपको बताना चाहता हूँ कि एक कंपनी की Face Value को तय करने का कोई खाश पैमाना नहीं होता है। उसे एक कंपनी अपनी इच्छानुसार जितना चाहे उतना तय कर सकती है। लेकिन उस कंपनी के शेयरों पर तय किया जाने वाला Premium पूरी तरह से उस कंपनी के Growth, Profits और उस कंपनी के Future Perspectives पर Depend करता है।

4. Face Value और Market Value में क्या Difference होता है ?

Number Face Value Market Value
1. Face Value एक कंपनी के शेयर्स की Real Value होती है जो उस कंपनी के Share Certificate पर लिखी होती है। जबकि Market Value उस कंपनी के शेयर्स की Current Value होती है जिस पर निवेशकों द्वारा उस कंपनी के शेयरों को खरीदा और बेचा जाता है।
2. एक कंपनी के शेयर्स की Face Value को उस कंपनी के Owners द्वारा तय किया जाता है। जबकि एक कंपनी के शेयर्स की Market Value उस कंपनी के शेयरों की Market में Demand और Supply के आधार पर अपने आप तय होती है।
3. एक कंपनी के शेयर्स की Face Value हमेशा Fix रहती है, जब तक कि वो कंपनी अपने स्टॉक्स को Split ना करें। जबकि एक कंपनी के शेयर्स की Market Value Demand And Supply के आधार पर हर दिन Change होती रहती है।
4. हम एक कंपनी के शेयर्स को उस कंपनी की Face Value के आधार पर खरीद और बेच नहीं सकते। जबकि हम एक कंपनी के शेयर्स को उस कंपनी के शेयरों की Market Value या Market Price के आधार पर खरीद और बेच सकते हैं।
5.  एक कंपनी के शेयर्स की Face Value Most Of The Time उस कंपनी के शेयरों की Market Value से कम ही होती है। जबकि कुछ Penny स्टॉक्स को छोड़कर, Most Of The Time एक कंपनी के शेयर्स की Market Value उस कंपनी के शेयरों की Face Value से अधिक ही होती है।

5. Face Value और Book Value में क्या Difference होता है ?

Number Face Value Book Value
1. Face Value एक कंपनी के शेयर्स की Real Value होती है जो उस कंपनी के Share Certificate पर लिखी होती है। जबकि Book Value एक कंपनी की Assets Value होती है, जो उस कंपनी के Total Assets में से उस कंपनी की Total Liabilities को घटाकर निकाली जाती है।
2.  एक कंपनी के शेयर्स की Face Value को उस कंपनी के Owners द्वारा तय किया जाता है। जबकि एक कंपनी की Book Value उस कंपनी के Assets और Liabilities के आधार पर अपने आप तय होती है। मतलब की अगर किसी कंपनी के पास Assets अपनी Liabilities से अधिक हैं, तो उस Situation में उस कंपनी की Book Value अधिक होगी। और अगर किसी कंपनी के पास Assets अपनी Liabilities से कम हैं, तो उस Situation में उस कंपनी की Book Value कम होगी या फिर Negative में होगी।
3. एक Investor के लिए एक कंपनी की Face Value का Investing के Point Of View से कोई अहम Role नहीं होता है। जबकि एक Investor के लिए एक कंपनी की Book Value का Investing के Point Of View से एक अहम Role होता है।
4. एक कंपनी के शेयर्स की Face Value हमेशा Fix रहती है, जब तक कि वो कंपनी अपने स्टॉक्स को Split ना करें। जबकि एक कंपनी की Book Value उस कंपनी के Assets और Liabilities के आधार पर लगातार Change होती रहती है।
5.  Face Value  एक कंपनी के शेयरों की नाममात्र की Value होती है, जिसे उस कंपनी द्वारा शुरूआती समय में अपनी संपत्ति को शेयर्स में Convert करते समय तय किया जाता है। जबकि Book Value एक कंपनी की Actual Value होती है, जो उस कंपनी के बंद हो जाने या डूब जाने की Situation में उस कंपनी के Shareholders को उनके ख़रीदे गये प्रत्येक शेयर के आधार पर मिलती है।

दोस्तों, अगर आप Book Value के बारे में Details में जानना चाहते हैं, तो इसके लिए आप हमारा “Book Value” पर लिखा हुआ Article पढ़ सकते हैं।

6. हम कैसे किसी भी कंपनी का Face Value Check कर सकते हैं ?

दोस्तों, हम Investing.com, Moneycontrol.com और Ticker – Finology जैसी Website पर जाकर किसी भी कंपनी का Face Value चेक कर सकते हैं। निचे Ticker – Finology Website पर जाकर हम कैसे किसी भी कंपनी का Face Value चेक कर सकते हैं। वो Details में बताया गया है।

इसके लिए आपको बस Google पर जाकर Ticker – Finology Search करना है और उस Site को Open करना है।

PE Ratio क्या होता है ?

Ticker – Finology Site Open करने के बाद, आपको यहाँ पर जिस भी कंपनी का Face Value चेक करना है, आपको यहाँ पर उस कंपनी का नाम डालना है और उसे Search करना है।

PE Ratio क्या होता है ?

कंपनी का नाम Search करने के बाद, आप यहाँ पर “Company Essentials” में उस कंपनी का Face Value देख सकते हैं।

Face Value क्या होती है ?

Important Points

  • Face Value एक कंपनी के शेयरों की वो Value होती है जो एक कंपनी द्वारा पहली बार IPO (Initial Public Offering) के Through Market में अपने शेयर्स को जारी करते समय तय की जाती है।
  • एक कंपनी की Face Value को कैलकुलेट करने का फार्मूला होता है: Face Value = Equity Share Capital / Total Number Of Outstanding Shares
  • Face Value एक कंपनी के शेयर्स की शुरूआती कीमत होती है, जो उस कंपनी के Share Certificate पर लिखी होती है।
  • जब किसी कंपनी के शेयर की Market Price उस कंपनी के शेयर की Face Value से अधिक होती है, तो उसे हम उस शेयर का Premium Value कहते हैं। मतलब कि दोस्तों, अगर किसी कंपनी के शेयर की Face Value 10 रुपये है और वह कंपनी Market में अपने शेयर्स को 50 रुपये की कीमत पर जारी करती है, तो इसका मतलब होता है कि हम उस कंपनी में 10 रुपये की Investment पर 40 रूपये का Premium Pay कर रहे हैं। यानि कि अगर हम उस कंपनी में 50 रुपये का निवेश करते हैं, तो हमारी Real Investment उस कंपनी में 10 रुपये की ही मानी जाएगी, ना कि 50 रुपये की। क्योंकि 40 रुपये तो हमने Premium Pay किया है, उस कंपनी के शेयर को खरीदने के लिए।
  • और दोस्तों, जब किसी कंपनी के शेयर की Market Price उस कंपनी के शेयर की Face Value से कम होती है, तो उसे हम उस शेयर की Discount Value कहते हैं। मतलब कि हमें उस कंपनी के शेयर्स उस कंपनी की Actual Value से कम Price पर मिल रहे हैं।
  • एक Investor के लिए एक कंपनी की Face Value का Investing के Point Of View से कोई Important Role नहीं होता है।
  • Face Value एक कंपनी के शेयरों की नाममात्र की Value होती है, जिसे उस कंपनी द्वारा शुरूआती समय में अपनी संपत्ति को शेयर्स में Convert करते समय तय किया जाता है।
  • एक कंपनी अपनी Face Value 1, 2, 4, 8, 10, 50, 100 आदि कुछ भी तय कर सकती है। यह पूरी तरह से उस कंपनी के Owners के हाथ में होता है। लेकिन एक कंपनी SEBI (Securities and Exchange Board of India) के नियमों के अनुसार, अपनी Face Value 1 रूपये से कम नहीं रख सकती है।
  • एक कंपनी कई कार्यों के लिए अपनी Face Value का उपयोग करती है, जैसे कि Dividend Payment, Stock Split, और Premium Calculation आदि।
  • Face Value को हम Nominal Value, Par Value, M.R.P और हिंदी में अंकित मूल्य के नाम से भी जानते हैं।
  • एक कंपनी के शेयर की Face Value का उस कंपनी के शेयर की Market Value से कोई सीधा संबंध नहीं होता है।
  • दोस्तों, मैं आपको बताना चाहता हूँ कि ज्यादातर कम्पनियाँ शुरुआत में अपनी Face Value 10 रूपये ही तय करती हैं, ताकि Accounting कैलकुलेशन करने में आसानी हो सके।
  • एक कंपनी के शेयर्स पर तय किया जाने वाला Premium पूरी तरह से उस कंपनी के Growth, Profits और उस कंपनी के Future Perspectives पर Depend करता है।
  • एक कंपनी के शेयर्स की Face Value हमेशा Fix रहती है, जब तक कि वो कंपनी अपने स्टॉक्स को Split ना करें।

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So I Hope कि आपको समझ में आ गया होगा कि Face Value क्या होती है ? तो आपको Face Value पर हमारा ये Article कैसा लगा, निचे Comments करके जरूर बताइयेगा।

धन्यवाद ।। ”

 

 

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