Book Value क्या होती है ?

Book Value क्या होती है ?

नमस्कार दोस्तों, Bazaareducation में आपका स्वागत है। आज हम इस Article में Book Value क्या होती है ? इस बारे में Complete Details में जानने वाले हैं।

जैसे कि :- 1. Book Value क्या होती है ?

2. Book Value Per Share क्या होती है ?

3. Market Value क्या होती है ?

4. Book Value हम कैसे Calculate कर सकते हैं ?

5. Book Value Per Share हम कैसे Calculate कर सकते हैं ?

6. Book Value से हमें किसी भी कंपनी के बारे में क्या पता चलता है ?

7. Book Value Per Share से हमें किसी भी कंपनी के बारे में क्या पता चलता है ?

8. Book Value Per Share और Market Value में क्या Difference होता है ?

9. हम कैसे किसी भी कंपनी की  Book Value Per Share Check कर सकते हैं ?

1. Book Value क्या होती है ?

दोस्तों, एक कंपनी के पास जितनी भी वस्तुएँ और चीजें होती हैं, उन सब वस्तुओं और चीजों को हम Mostly Two Types में बांट सकते हैं।

  1. Assets (संपत्ति)
  2. Liabilities (ऋण)
Assets

Assets का मतलब होता है एक कंपनी की उस संपत्ति या उन सभी वस्तुओं और चीजों से, जो कंपनी की स्वयं की होती हैं, जैसे कि Land, Buildings, Machinery, Vehicles, Furniture, Equipment, आदि, जिन्हें बेचकर कंपनी कभी भी Cash में Convert कर सकती है।

Liabilities

Liabilities का मतलब होता है उन सभी वस्तुओं और चीजों से, जो कंपनी की स्वयं की नहीं होती हैं, जिन्हें कंपनी ने कहीं से उधार लिया होता है, और जिन्हें Future में कंपनी को वापस चुकाना होता है, जैसे कि Loans, Accounts payable, Salaries payable, Taxes payable, Interest payable, Deferred revenue, Warranty liabilities, Lease obligations, Mortgage, Bonds Payable, Pension obligations आदि।

तो दोस्तों, जब हम एक कंपनी के Total Assets में से उस कंपनी की Total Liabilities को घटाते हैं, तो हमें उस कंपनी के बचे हुए Assets की एक Value (कीमत) मिलती है, जिस पर पूरा हक़ उस कंपनी का होता है। दोस्तों, उस बची हुई Value को ही हम उस कंपनी की Book Value या Assets Value कहते हैं। मतलब कि दोस्तों, अगर कोई कंपनी अपने सभी Tangible Assets को बेच दें और उन Assets को बेचने के बाद जो पैसा कंपनी के पास आता है, उस पैसे से कंपनी अपनी सभी Liabilities (देनदारियों) को चुका दें, फिर उसके बाद जो पैसा कंपनी के पास बचता है, उसी को हम उस कंपनी की Book Value या Assets Value कहते हैं।

अगर मैं आपको दूसरे शब्दों में बताऊं कि Book Value क्या होती है, तो इसे हम ऐसे कह सकते हैं कि एक कंपनी के Books Of  Accounting मतलब कि Balance Sheet के हिसाब से जो Value होती है, उसी को हम उस कंपनी की Book Value कहते हैं।

दोस्तों, मैं आपको बता दूँ कि को हम Net Worth, Shareholders Funds, Owners Equity और Stakeholders Equity भी कहते हैं।

2. Book Value Per Share क्या होती है ?

दोस्तों, जैसा कि नाम से ही पता चल रहा है, Book Value Per Share मतलब की Books Of Accounting के हिसाब से जो कंपनी  के एक शेयर की Value (कीमत) होती है, उसी को हम उस कंपनी की Book Value Per Share कहते हैं, जो कि हमें एक कंपनी की Book Value को उस कंपनी के Total Number Of Outstanding Shares से Divide करने पर मिलती है।

3. Market Value क्या होती है ?

Market Value का मतलब होता है कि जो एक स्टॉक की Current Time में Market में प्राइस चल रही होती है, जिस पर हम उस स्टॉक को खरीदते और बेचते हैं, उसी प्राइस को हम उस स्टॉक की Market Value कहते हैं।

4. Book Value हम कैसे Calculate कर सकते हैं ?

किसी भी कंपनी की Book Value Calculate करने के लिए, हमें उस कंपनी के Total Tangible Assets में से उस कंपनी की Total Liabilities को Debt को घटाना होता है।

For Example ;-  मान लेते हैं कि एक ABC Limited नाम की कंपनी है, जिसके सभी Tangible Assets की Value 100 करोड़ रुपये है।

और उस कंपनी पर Total Liabilities 30 करोड़ रूपये की हैं।

तो, उस ABC Limited कंपनी की Book Value होगी।

Book Value Total Tangible Assets – Total Liabilities 

100 करोड़ – 30 करोड़ = 70 करोड़ 

तो दोस्तों, उस ABC Limited कंपनी की Book Value 70 करोड़ रुपये होगी, जो यह Indicate करता है कि उस कंपनी के बंद हो जाने या डूब जाने की Situation में उस कंपनी के Shareholders को मिलेंगे।

5. Book Value Per Share हम कैसे Calculate कर सकते हैं ?

हम किसी भी कंपनी की Book Value Per Share को दो तरीकों से Calculate कर सकते हैं।

पहला तरीका यह है कि हम एक कंपनी की Book Value को उस कंपनी के Total Number Of Common Shares से Divide करके उस कंपनी की Book Value Per Share कैलकुलेट कर सकते हैं।

और दूसरा तरीका यह है कि हम उस कंपनी के Equity Share Capital और Reserves में से, अगर उस कंपनी ने Preferred Equity ले रखी है, तो हमें सबसे पहले उस कंपनी के Equity Share Capital और Reserves में से उस कंपनी की Preferred Equity को घटाना होता है, और उसके बाद जो Capital बचता है, उसको उस कंपनी के Total Number Of Common Shares से Divide करना होता है।

चलिए, इन्हें हम दो Different Example के माध्यम से समझने की कोशिश करते हैं कि कैसे हम किसी भी कंपनी का Book Value Per Share कैलकुलेट कर सकते हैं।

Example Number One

तो दोस्तों, जैसा कि हमने ऊपर एक Example लिया था जिसमें हमने एक ABC Limited कंपनी की Book Value Calculate की थी, तो अभी हम उसी Example को Continue रखते हैं और उस कंपनी की Book Value Per Share को Calculate करते हैं।

तो, हमने उस ABC Limited कंपनी की Book Value 70 करोड़ रूपये निकाली  थी।

और मान लेते हैं कि उस कंपनी के Total Number Of Common Shares की संख्या 1 करोड़ है।

तो, उस ABC Limited कंपनी की Book Value Per Share होगी।

Book Value Per Share = Book Value / Total Number Of Common Shares

70 करोड़ / 1 करोड़ = 70 रूपये

तो दोस्तों, उस ABC Limited कंपनी की Book Value Per Share 70 रुपये होगी।

Example Number Two

तो अभी हम उस ABC Limited कंपनी की Book Value Per Share को दूसरे तरीके से Calculate करने वाले हैं।

तो मान लेते हैं कि उस ABC Limited कंपनी का Equity Share Capital 35 करोड़ रुपये का है और उस कंपनी के पास Total Reserves 50 करोड़ रुपये के हैं।

और मान लेते हैं कि उस ABC Limited कंपनी के पास 15 करोड़ रुपये की Preferred Equity है और जैसा कि हमने ऊपर Example में देखा था कि कंपनी के Total Number Of Common Shares की संख्या 1 करोड़ है।

तो, उस ABC Limited कंपनी की Book Value Per Share होगी।

Book Value Per Share = (Equity Share Capital + Total Reserves) – Preferred Equity / Total Number Of Common Shares

(35 करोड़ + 50 करोड़ ) – 15 करोड़ / 1 करोड़

85 करोड़ – 15 करोड़ / 1 करोड़

70 करोड़ / 1 करोड़ = 70 रूपये

तो दोस्तों, उस ABC Limited कंपनी की Book Value Per Share 70 रुपये होगी।

6. Book Value से हमें किसी भी कंपनी के बारे में क्या पता चलता है ?

  1. Book Value से हमें एक कंपनी की वास्तविक कीमत (Actual Value) का पता चलता है।
  2. Book Value से हमें पता चलता है कि अगर किसी कंपनी के सभी Tangible Assets को बेचा जाए और उन Assets को बेचने के बाद कंपनी के पास जो पैसा आता है, उस पैसे से उस कंपनी की सभी Liabilities को चुका दिया जाए, तो उस समय उस कंपनी की क्या Value (कीमत) होगी। यह बात हमें उस कंपनी की Book Value से पता चलती है। मतलब कि दोस्तों, Book Value से हमें एक कंपनी की Books Of  Accounting यानी की Balance Sheet के हिसाब से क्या Value होगी, उस Value के बारे में पता चलता है।
  3. Book Value से हमें यह भी पता चलता है कि अगर एक कंपनी किसी भी Reason के कारण आगे आने वाले समय में डूब जाती है या बंद हो जाती है, तो उस Situation में उस कंपनी के Shareholders को कितना पैसा मिलेगा।
  4. Book Value से हमें एक कंपनी के सभी Tangible Assets की Value का भी चलता है।

7. Book Value Per Share से हमें किसी भी कंपनी के बारे में क्या पता चलता है ?

  1. Book Value Per Share से हमें एक कंपनी के Balance Sheet के आधार पर उस कंपनी के एक शेयर की Value के बारे में पता चलता है। अगर दूसरे शब्दों में कहा जाए तो हम कह सकते हैं कि Book Value Per Share से हमें एक कंपनी की Total Assets Value के According उस कंपनी के एक शेयर की Value का पता चलता है। मतलब कि अगर कोई कंपनी किसी भी Reason के कारण आगे आने वाले समय में डुब जाती है या बंद हो जाती है, तो उस Situation में उस कंपनी के सभी Shareholders को उनके खरीदे गए प्रत्येक शेयर पर कितना पैसा मिलेगा, यह जानकारी हमें उस कंपनी के Book Value Per Share से ही पता चलती है।
  2. जब एक कंपनी की Book Value Per Share उस कंपनी के शेयर की Market Value से कम होती है, तो इसका मतलब होता है कि उस कंपनी का स्टॉक Overvalued है, और जब एक कंपनी की Book Value Per Share उस कंपनी के शेयर की Market Value से ज्यादा होती है, तो उसका मतलब होता है कि उस कंपनी का स्टॉक Undervalued है।

8. Book Value Per Share और Market Value में क्या Difference होता है ?

  1. Book Value Per Share एक कंपनी की Books Of Accounting, मतलब की Balance Sheet के हिसाब से उस कंपनी के Assets के आधार पर तय होती है, जबकि एक कंपनी के शेयर की Market Value उस कंपनी के शेयरों की Market में Demand और Supply के  आधार पर तय होती है।
  2. एक कंपनी की Book Value Per Share Most of the Time उस कंपनी के शेयर की Market Value से कम ही होती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि एक कंपनी की Book Value Per Share उस कंपनी के केवल Tangible Assets के आधार पर तय की जाती है, जबकि एक कंपनी के शेयर की Market Value उस कंपनी के Tangible Assets, Intangible Assets, और उस कंपनी के Future Prospects के आधार पर Market द्वारा तय की जाती है। इसलिए, Most of the Time एक कंपनी के शेयर की Market Value उस कंपनी की Book Value Per Share से ज्यादा ही होती है।
  3. हम एक कंपनी के शेयरों को उस कंपनी की Book Value के आधार पर खरीद और बेच नहीं सकते हैं, जबकि हम एक कंपनी के शेयरों को उस कंपनी की Market Value के आधार पर खरीद और बेच सकते हैं।

9. हम कैसे किसी भी कंपनी की  Book Value Per Share Check कर सकते हैं ?

दोस्तों, हम Investing.com, Moneycontrol.com और Ticker – Finology जैसी Website पर जाकर किसी भी कंपनी का Book Value Per Share चेक कर सकते हैं। निचे Ticker – Finology Website पर जाकर हम कैसे किसी भी कंपनी का Book Value Per Share चेक कर सकते हैं। वो Details में बताया गया है।

इसके लिए आपको बस Google पर जाकर Ticker – Finology Search करना है और उस Site को Open करना है।

Ticker – Finology Site Open करने के बाद, आपको यहाँ पर जिस भी कंपनी का Book Value Per Share चेक करना है, आपको यहाँ पर उसका नाम डालना है और उसे Search करना है।

कंपनी का नाम Search करने के बाद, आप यहाँ पर “Company Essentials” में उस कंपनी का Book Value Per Share देख सकते हैं।

Important Points

  • Book Value का मतलब होता है कि एक कंपनी के सभी Tangible Assets को बेचकर उसमें से उस कंपनी की सभी Liabilities (कर्ज) को चुकाने के बाद जो पैसा कंपनी के पास बचता है, उसे हम उस कंपनी की Book Value या Assets Value कहते हैं।
  •  Book Value एक कंपनी के शेयर की Actual Value होती है।
  • हमें एक कंपनी के Assets और Liabilities की जानकारी उस कंपनी के Balance Sheet में मिलती है, मतलब कि दोस्तों, जब तक एक कंपनी के Balance Sheet में उस कंपनी के Assets और Liabilities की Value सही तरीके से दर्ज है, केवल तब तक ही हम उस कंपनी की Book Value को सही मान सकते हैं। इसलिए, हमें किसी भी कंपनी की Book Value को कैलकुलेट करते समय उस कंपनी की Balance Sheet का अच्छी तरह से Analyse करना चाहिए।
  • अगर किसी कंपनी का Book Value Per Share 100 रुपये है, तो उसका मतलब होता है कि उस कंपनी के बंद हो जाने या डूब जाने की Situation में, उस कंपनी के सभी Shareholders को उनके खरीदे गए प्रत्येक शेयर के बदले 100 रुपये मिलने वाले हैं।
  • एक कंपनी की Book Value को कैलकुलेट करने का फार्मूला होता है: Book Value  = Total Tangible Assets – Total Liabilities
  • और एक कंपनी की Book Value Per Share को कैलकुलेट करने का फार्मूला होता है: Book Value Per Share = Book Value / Total Number Of Common Shares  और Book Value Per Share = (Equity Share Capital + Total Reserves) – Preferred Equity / Total Number Of Common Shares
  • Book Value एक कंपनी के Total Tangible Assets की Value को दर्शाता है।
  • Book Value उन कंपनियों का अधिक होता है जिनको अपना Business चलाने के लिए अत्यधिक मूर्त संपत्तियों (Tangible Assets) की आवश्यकता होती है, जैसे कि Steel Companies, Power Companies, Manufacturing Companies, Oil Companies, Infra Companies, Chemical Production Companies और Real Estate Companies आदि। और दोस्तों, जिन कंपनियों को Business चलाने के लिए अत्यधिक Tangible Assets की आवश्यकता नहीं होती है, उन कंपनियों का आमतौर पर Book Value कम ही होता है, जैसे कि Technology Companies, Service Companies, Consulting Companies, Software Companies और IT Companies आदि।
  • हम एक कंपनी की Book Value Per Share और उस कंपनी के शेयर की Market Value को आपस में Compare करके यह जान सकते हैं कि वो स्टॉक Undervalued है या Overvalued है।

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So I Hope कि आपको समझ में आ गया होगा कि Book Value क्या होती है ?  तो आपको Book Value पर हमारा ये Article कैसा लगा, निचे Comments करके जरूर बताइयेगा।

धन्यवाद ।। ”

 

 

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