Nifty और Sensex क्या होते हैं ?

Nifty और Sensex क्या होते है ?

नमस्कार दोस्तों, Bazaareducation में आपका स्वागत है। आज हम इस Article में Nifty और Sensex क्या होते हैं ? इस बारे में Complete Details में जानने वाले हैं।

जैसे कि :- 1. Nifty क्या होता है ?

2. Sensex क्या होता है ?

3. Nifty का क्या काम होता है ?

4. Sensex का क्या काम होता है ?

5. Nifty और Sensex में क्या Difference होता है ?

6. Nifty और Sensex में कौन-कौन सी कंपनियां Listed है ?

7. हम Nifty और Sensex में कैसे Invest कर सकते हैं ?

1. Nifty क्या होता है ?

Nifty का Full Form होता है “National Stock Exchange Fifty” (नेशनल स्टॉक एक्सचेंज फिफ्टी)।

“Nifty” शब्द दो शब्दों से मिलकर बनता है – “National” और “Fifty,” जिसमें “NI” को “National Stock Exchange” से लिया गया है, जबकि “FTY”को “Fifty (50)” से लिया गया है।

दोस्तों, Nifty NSE मतलब की (National Stock Exchange) में Listed देश की सबसे बड़ी और टॉप 50 कंपनियों का एक Index है।

अगर मैं आपको आसान शब्दों में बताऊं कि निफ्टी क्या होता है, तो इसे हम ऐसे कह सकते हैं कि Nifty NSE (National Stock Exchange) में लिस्टेड देश की सबसे बड़ी और टॉप 50 कंपनियों की एक वॉचलिस्ट है, एक सूची है।

निफ्टी में देश की सबसे बड़ी टॉप 50 कंपनियाँ Listed होती हैं, जिन्हें उनके Free Float market capitalization के आधार पर चुना जाता है, जो कि अपने-अपने सेक्टर की टॉप कंपनियों में से एक होती हैं। इन 50 कंपनियों का Market Capitalization पूरे Market का 60% तक होता है और इन 50 कंपनियों को देश के 12 अलग-अलग सेक्टर्स से चुना जाता हैं।

Nifty में देश की टॉप 50 कंपनियाँ Listed होने के कारण इसे “निफ्टी50” के नाम से भी जाना जाता है, पर ज्यादातर लोग इसे ‘निफ्टी’ के नाम से ही प्रयोग में लाते हैं।

दोस्तों, मैं आपको बताना चाहता हूँ कि निफ्टी में 50 कंपनियों से ज्यादा कंपनियों को Listed नहीं किया जा सकता। लेकिन उन 50 कंपनियों को Time के According Change किया जा सकता है।

2. Sensex क्या होता है ?

Sensex भारत का सबसे पुराना स्टॉक इंडेक्स है, जिसकी शुरुआत 1 जनवरी 1986 में हुई थी।

“Sensex” शब्द दो शब्दों से मिलकर बना है, जिसमें पहला शब्द है “Sensitive” और दूसरा शब्द है “Index”, जिसे हम “संवेदनशील सूचकांक” भी कहते हैं।

Sensex मुंबई में स्थित शेयर बाजार BSE मतलब की (Bombay Stock Exchange) की 30 कंपनियों का एक Index है, एक Watchlist है, एक सूचि है।

Sensex में देश की सबसे बड़ी टॉप 30 कंपनियां Listed होती हैं, जिन्हें उनके Market Capitalization के आधार पर चुना जाता है, जो कि अपने-अपने सेक्टर की सबसे बड़ी और टॉप कंपनियों में से एक होती हैं। इन 30 कंपनियों को देश के 13 अलग-अलग सेक्टर्स से चुना जाता है।

सेंसेक्स में 30 कंपनियों से ज्यादा कंपनियों को Listed नहीं किया जा सकता। लेकिन उन 30 कंपनियों को Time के According Change किया जा सकता है।

दोस्तों, Sensex में 30 कंपनियों को Select करने के लिए एक समिति बनाई जाती है, जो कंपनियों के Market Capitalization के आधार पर Decide करती है कि कौन सी कंपनी सेंसेक्स में शामिल होगी और कौन सी नहीं।

सेंसेक्स में 30 कंपनियाँ लिस्टेड होने के कारण इसे “BSE30” के नाम से भी जाना जाता है, पर ज्यादातर लोग इसे Sensex के नाम से ही प्रयोग में लाते हैं।

3. Nifty का क्या काम होता है ?

Nifty का काम हमें उन टॉप 50 कंपनियों और बाजार की चाल के बारे में जानकारी प्रदान करने का होता है।

निफ्टी से हमें पता चलता है कि जो 50 कंपनियाँ लिस्टेड हैं, वो कैसा काम कर रही हैं ? अगर कंपनियाँ अच्छा काम कर रही होती हैं, तो उसका सीधा असर हमें उन कंपनियों के शेयर के भाव में देखने को मिलता है अर्थात् उन कंपनियों के शेयर के भाव बढ़ जाते है। और जब किसी लिस्टेड कंपनी के शेयर के भाव बढ़ जाते है या ऊपर जाते है, तो उसी वजह से हमें निफ़्टी में भी तेजी देखने को मिलती है। ठीक इसी प्रकार, जब निफ़्टी में लिस्टेड कंपनियाँ अच्छा प्रदर्शन नहीं करती हैं, तो उसका सीधा असर भी उन कंपनियों के शेयर के भाव पर पड़ता है जिससे उन कंपनियों के शेयर के भाव में कमी आने लगती है। और जब निफ़्टी में लिस्टेड किसी कंपनी के शेयर के भाव में कमी आती है, या गिरावट आती है तो उसी वजह से हमें निफ़्टी में भी गिरावट देखने को मिलती है।

4. Sensex का क्या काम होता है ?

Sensex का काम हमें उन टॉप 30 कंपनियों और बाजार की चाल के बारे में जानकारी प्रदान करने का होता है।

सेंसेक्स से हमें पता चलता है कि जो 30 कंपनियाँ लिस्टेड हैं, वो कैसा काम कर रही हैं ? अगर कंपनियाँ अच्छा काम कर रही होती हैं, तो उसका सीधा असर हमें उन कंपनियों के शेयर के भाव में देखने को मिलता है अर्थात् उन कंपनियों के शेयर के भाव बढ़ जाते है। और जब किसी लिस्टेड कंपनी के शेयर के भाव बढ़ जाते है या ऊपर जाते है, तो उसी वजह से हमें सेंसेक्स में भी तेजी देखने को मिलती है। ठीक इसी प्रकार, जब सेंसेक्स में Listed कंपनियाँ अच्छा प्रदर्शन नहीं करती हैं, तो उसका सीधा असर भी उन कंपनियों के शेयर के भाव पर पड़ता है जिससे उन कंपनियों के शेयर के भाव में कमी आने लगती है। और जब सेंसेक्स में लिस्टेड किसी कंपनी के शेयर के भाव में कमी आती है, या गिरावट आती है तो उसी वजह से हमें सेंसेक्स में भी गिरावट देखने को मिलती है।

5. Nifty और Sensex में क्या Difference होता है ?

वैसे तो, निफ्टी और सेंसेक्स दोनों ही स्टॉक मार्केट इंडेक्स होते हैं, जिनका काम हमें बाजार की चाल के बारे में जानकारी प्रदान करने का होता है।

लेकिन फिर भी, निफ्टी और सेंसेक्स में कुछ अंतर होते हैं, जो कि नीचे दिए गए हैं

Number Nifty Sensex
1. Nifty NSE (National Stock Exchange) का “Index” है। जबकि Sensex BSE (Bombay Stock Exchange) का “Index” है।
2. निफ़्टी की शुरुआत 1995 में हुई  थी। जबकि सेंसेक्स की शुरुआत 1986 में हुई थी।
3. निफ़्टी में देश की सबसे बड़ी टॉप 50 कंपनियाँ लिस्टेड होती हैं। जबकि सेंसेक्स में देश की सबसे बड़ी टॉप 30 कंपनियाँ लिस्टेड होती हैं।
4. निफ्टी NSE (National Stock Exchange) के उतार-चढ़ाव को दर्शाता है। जबकि सेंसेक्स BSE (Bombay Stock Exchange) के उतार-चढ़ाव को दर्शाता है।

6. Nifty और Sensex में कौन-कौन सी कंपनियां Listed है ?

Number Nifty Sensex
1. HDFC Bank Ltd. Jio Financial Services Ltd.
2. Reliance Industries Ltd. HDFC Bank Ltd.
3. ICICI Bank Ltd. Tata Motors Ltd.
4. Infosys Ltd. Reliance Industries Ltd.
5. ITC Ltd. NTPC Ltd.
6. TCS Ltd. State Bank of India
7. Larsen & Toubro Ltd. ITC Ltd.
8. Kotak Mahindra Bank Ltd. TCS Ltd.
9. Axis Bank Ltd. Infosys Ltd.
10. State Bank of India Bajaj Finance Ltd.
11. Hindustan Unilever Ltd. ICICI Bank Ltd.
12. Bharti Airtel Ltd. Wipro Ltd.
13. Bajaj Finance Ltd. Axis Bank Ltd.
14. Asian Paints Ltd. Tata Steel Ltd.
15. Mahindra & Mahindra Ltd. Maruti Suzuki India Ltd.
16. Maruti Suzuki India Ltd. HCL Technologies Ltd.
17. Titan Company Ltd. Larsen & Toubro Ltd.
18. Sun Pharmaceutical Industries Ltd. Bajaj Finserv Ltd.
19. HCL Technologies Ltd. Mahindra & Mahindra Ltd.
20. Tata Motors Ltd. Titan Company Ltd.
21. NTPC Ltd. IndusInd Bank Ltd.
22. Tata Steel Ltd. Kotak Mahindra Bank Ltd.
23. UltraTech Cement Ltd. UltraTech Cement Ltd.
24. IndusInd Bank Ltd. Hindustan Unilever Ltd.
25. Power Grid Corporation of India Ltd. Power Grid Corporation of India Ltd.
26. Bajaj Finserv Ltd. Nestle India Ltd.
27. Nestle India Ltd. Sun Pharmaceutical Industries Ltd.
28. Adani Enterprises Ltd.  Asian Paints Ltd.
29. JSW Steel Ltd. Tech Mahindra Ltd.
30. Tech Mahindra Ltd. JSW Steel Ltd.
31. HDFC Life Insurance Company Ltd.
32. Oil & Natural Gas Corporation Ltd.
33. Grasim Industries Ltd.
34. Dr. Reddy’s Laboratories Ltd.
35. Hindalco Industries Ltd.
36. Adani Ports and Special Economic Zone Ltd.
37. Cipla Ltd.
38. Wipro Ltd.
39. SBI Life Insurance Company Ltd.
40. Britannia Industries Ltd.
41. Bajaj Auto Ltd.
42. Coal India Ltd.
43. Apollo Hospitals Enterprise Ltd.
44. Tata Consumer Products Ltd.
45. Divi’s Laboratories Ltd.
46. Eicher Motors Ltd.
47. LTIMindtree Ltd.
48. Hero MotoCorp Ltd.
49. Bharat Petroleum Corporation Ltd.
50. UPL Ltd.

7. हम Nifty और Sensex में कैसे Invest कर सकते हैं ?

दोस्तो, निफ्टी और सेंसेक्स में Invest करने के मुख्य तीन तरीके हैं।

पहला तरीका यह है कि निफ्टी और सेंसेक्स में जो कंपनियाँ लिस्टेड हैं, हम उनमें Direct Invest कर सकते हैं, उनके Weightage के आधार पर।

जैसे कि अगर Reliance का Weightage निफ़्टी और सेंसेक्स में 12% का है और HDFC Bank का Weightage 10% का है, तो हम अपने Total Capital का 12% Reliance में Invest करेंगे और 10% HDFC Bank में Invest करेंगे। तो इस तरह से हम निफ़्टी और सेंसेक्स में Listed सभी कंपनियों में उनके Weightage के आधार पर Invest करके “निफ़्टी और सेंसेक्स” में Invest कर सकते हैं।

“Weightage” का मतलब होता है “बल” या “भार “। जिस कंपनी का बाजार मूल्य (Market Cap) ज्यादा होता है, उस कंपनी का इंडेक्स में “Weightage” भी ज्यादा होता है और जिस कंपनी का Market Cap (बाजार मूल्य) कम होता है, उस कंपनी का इंडेक्स में “Weightage” भी कम होता है।

दूसरा तरीका है “Index Funds” – Index Funds के माध्यम से भी हम निफ़्टी और सेंसेक्स में Direct Invest कर सकते हैं।

दोस्तो, “Index Funds” “Mutual Funds” की ही एक Category होती है, जिसे Passive Funds भी कहा जाता है। इंडेक्स फंड्स उन कंपनियों के शेयरों में निवेश करते हैं जो बाजार में किसी न किसी इंडेक्स में लिस्टेड होती हैं, जैसे कि निफ्टी और सेंसेक्स में लिस्टेड कंपनियाँ। 

Index Funds भी कंपनियों में उनके Weightage के अनुसार ही निवेश करते हैं। जितना प्रतिशत कंपनी का इंडेक्स में Weightage होता है, उसी अनुपात में उन कंपनियों में निवेश किया जाता है। इस प्रकार के Funds का प्रदर्शन भी Same उस Index के जैसा ही होता है।

आगे आने वाले Articles में हम “Index Funds” के बारे में विस्तार से जानेंगे

तीसरा तरीका है ETFs मतलब की (Exchange-Traded Funds) के माध्यम से भी हम निफ़्टी और सेंसेक्स में Direct Invest कर सकते हैं।

दोस्तो, ETF (Exchange-Traded Funds) भी Mutual Funds और Index Funds की तरह ही होते हैं, लेकिन इनमें थोड़ा सा Difference होता है। एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स स्टॉक की तरह एक्सचेंज पर ट्रेड किए जा सकते हैं, जबकि Mutual Funds और Index Funds को स्टॉक्स की तरह Exchange पर Trade नहीं किया जा सकता है।

Exchange Traded Funds में भी कंपनियों में उनके Weightage के According ही Invest किया जाता हैं। जितना प्रतिशत कंपनी का Index में Weightage होता है, उसी अनुपात में उन कंपनियों में निवेश किया जाता है। इस प्रकार के Funds का प्रदर्शन भी Same उस Index के जैसा ही होता है।

आगे आने वाले Articles में हम ETF’s (Exchange-Traded Funds) के बारे में विस्तार से जानेंगे

Important Points

  • “Nifty” और “Sensex” दोनों ही भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख स्टॉक इंडेक्स हैं।
  • निफ्टी की शुरुआत 1995 में हुई थी। जबकि सेंसेक्स की शुरुआत 1986 में हुई थी।
  • Nifty का Full Form होता है नेशनल स्टॉक एक्सचेंज फिफ्टी।
  • “Nifty” शब्द दो शब्दों से मिलकर बनता है – “National” और “Fifty,” जिसमें “NI” को “National Stock Exchange” से लिया गया है, जबकि “FTY” को “Fifty (50)” से लिया गया है।
  • Sensex शब्द भी दो शब्दों से मिलकर बनता है, जिसमें पहला शब्द है “Sensitive” और दूसरा शब्द है “Index” जिसे हम “संवेदनशील सूचकांक” भी कहते हैं।
  • “Nifty” NSE (National Stock Exchange) में Listed देश की सबसे बड़ी और टॉप 50 कंपनियों का एक Index है। जबकि “Sensex” मुंबई में स्थित शेयर बाजार BSE (Bombay Stock Exchange) की 30 कंपनियों का एक Index है।
  • निफ्टी में 50 कंपनियों से ज्यादा और सेंसेक्स में 30 कंपनियों से ज्यादा कंपनियों को Listed नहीं किया जा सकता है। लेकिन इन कंपनियों को Time के अनुसार उनके Market Capitalization या Free Float Market Capitalization के आधार पर Change किया जा सकता है।
  • निफ्टी और सेंसेक्स में जो कंपनियां Listed की जाती है वो अपने-अपने सेक्टर की सबसे बड़ी और टॉप कंपनियों में से एक होती हैं।
  • निफ्टी में जिन 50 कंपनियों को Select किया जाता है, उन्हें उनके Free Float Market Capitalization के आधार पर चुना जाता है। जबकि सेंसेक्स में जिन 30 कंपनियों को Select किया जाता है उन्हें उनके Market Capitalization के आधार पर चुना जाता है।
  • Nifty का काम हमें उन टॉप 50 कंपनियों और बाजार की चाल के बारे में जानकारी प्रदान करने का होता है। जबकि Sensex का काम हमें उन टॉप 30 कंपनियों और बाजार की चाल के बारे में जानकारी प्रदान करने का होता है।
  • निफ्टी और सेंसेक्स का उद्देश्य हमें बाजार की प्रवृत्ति (Trend) और उतार-चढ़ाव की जानकारी प्रदान करने का होता है।
  • Index Funds और ETF’s (Exchange-Traded Funds) के माध्यम से हम निफ्टी और सेंसेक्स में सीधे निवेश कर सकते हैं।

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So I Hope कि आपको समझ में आ गया होगा कि Stock Market में Nifty और Sensex क्या होते हैं ? तो आपको निफ़्टी और सेंसेक्स पर हमारा यह Article कैसा लगा, निचे Comments करके जरूर बताइयेगा।

धन्यवाद ।। ”

 

 

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