Investing क्या होती है ?

Investing क्या होती है ?

नमस्कार दोस्तों, Bazaareducation में आपका स्वागत है। आज हम इस Article में Investing क्या होती है ? इस बारे में Complete Details में जानने वाले हैं।

जैसे कि ;- 1. Investing क्या होती है ?

2. Investing कितने Types की होती है ?

3. Investing के लिए आज हमारे पास क्या-क्या विकल्प मौजूद है ?

4. Investment करना क्यों जरुरी है ?

5. Investment के सबसे Risk Free साधन कौन-कौन से हैं ?

6. दुनिया के Top 5 Richest Investors कौन हैं ?

7. हम कैसे Risk Free Investment Start कर सकते हैं ?

1. Investing क्या होती है ?

Investing (निवेश) का मतलब होता है कि आज किसी ऐसे Asset, Commodity, Products, या Property में Fundamental Analysis करके अपने पैसे लगाना या आज उन्हें खरीदना जिनकी भविष्य में कीमत बढ़ने वाली हो, ताकि आने वाले समय में हमें उनसे एक Extra Income या Profit मिल सके। उसे हम Investing या निवेश कहते हैं, जैसे कि Fixed Deposit, Recurring Deposit, Mutual Funds, Stocks, Commodities, Currencies, और Crypto Currency आदि में Research And Analysis करके अपने पैसे लगाना एक तरह का Investment या निवेश कहलाता है।

चलिए, इसे हम एक Example के माध्यम से समझने की कोशिश करते हैं।

मान लेते हैं कि किसी श्याम नाम के व्यक्ति ने 2017 में 29,000 रुपये की Price पर 10gm Gold खरीदा था। और, उस 10gm Gold को वह 2020 में 55,000 रुपये की कीमत पर बेच देता है। जिससे श्याम को अपनी की गई 29,000 रुपये की Investment पर मात्र तीन साल में 26,000 रुपये का Profit हुआ। मतलब की श्याम ने सिर्फ तीन सालों में अपनी Investment पर लगभग 89.66 प्रतिशत का Profit कमाया, जो कि अपने आप में बहुत ज्यादा है।

Gold Price Chart
 Gold Price Chart

दोस्तों, इसी तरह से आज किसी ऐसे Asset, Commodity, Products, Security, या Property में Fundamental Analysis करके अपने पैसे लगाना या आज उन्हें खरीदना और Future में उनसे एक Extra Income या Profit Generate करना ही, Investing या निवेश कहलाता है।

2. Investing कितने Types की होती है ?

दोस्तों, Investing को Mostly 9 Types में बांटा गया है।

जैसे कि ;- 1. Short Term Investing 

2. Long Term Investing 

3. Active Investing 

4. Passive Investing

5. Value Investing

6. Growth Investing 

7. Low Risk Low Profit Investing 

8. Low Risk High Profit Investing 

9. High Risk High Profit Investing

1. Short Term Investing 

Short Term Investing का मतलब होता है कि जिसमें एक Investor किसी Security, Asset, या Commodity को एक साल या उससे कम समयावधि के लिए अपने पास Hold करके रखता है या उसे खरीद कर रखता है। तो उसे हम Short Term Investing कहते हैं।

For Example ;- मान लेते हैं कि आपने किसी कंपनी के शेयर्स को एक साल या उससे कम समयावधि के अंदर खरीद कर बेच दिया है, तो वह एक Short-Term Investing के अंदर आएगा।

2. Long Term Investing 

Long Term Investing का मतलब होता है कि जिसमें एक Investor किसी Security, Asset या Commodity को एक साल से ज्यादा समय के लिए अपने पास Hold करके रखता है या उसे खरीद कर रखता है। तो उसे हम Long Term Investing कहते हैं।

For Example ;- मान लेते हैं कि आपने किसी कंपनी के शेयर्स को 1 साल 2 महीने, या 2 साल, 5 साल, 10 साल, 20 साल या उससे भी अधिक समयावधि के लिए अपने पास Hold करके रखा है, खरीद कर रखा है, और बाद में उनको बेचा है, तो वह एक Long Term Investing के अंदर आएगा।

3. Active Investing 

Active Investing का मतलब होता है कि जिसमें हम Actively हर दिन अपनी Investment और Market को Track करते हैं और Market में Shares और Commodities की Price में होने वाले उतार चढ़ाव (Price Fluctuations) का अनुमान लगाकर उनमें खरीदी-बिक्री करते हैं। जैसे कि Stock Market में किसी कंपनी के शेयरों को खरीदना और बेचना Active Investing के अंदर आता है।

4. Passive Investing

Passive Investing का मतलब होता है कि जिसमें एक निवेशक को अपनी Investment और Market की गतिविधियों को नियमित रूप से ट्रैक करने की आवश्यकता नहीं होती है। मतलब कि Passive Investing में हम एक बार में किसी Asset, Security, Commodity, या Fund में लंबे समय के लिए अपने पैसे Invest कर सकते हैं, या Monthly Basis पर उसमें कुछ Amount SIP के माध्यम से Invest कर सकते हैं, वह भी बिना उसे Actively हर दिन Monitor किए बिना। जैसे कि – Fixed Deposit, Recurring Deposit और Mutual Funds आदि में Invest करना, Passive Investing कहलाता है।

5. Value Investing

Value Investing का मतलब होता है कि जिसमें हम उन कंपनियों के शेयर्स को खरीदते हैं जिनकी Price किसी Temporary Reason के कारण अपनी Actual (वास्तविक) कीमत से कम होती है। मतलब कि ऐसी कम्पनियों के शेयर्स को खरीदना जो Actual में एक अच्छी कंपनी हो, पर किसी Temporary Reason के कारण उनकी शेयर Price अपनी Actual Value से कम Price पर Market में Trade कर रही हो। ऐसी कंपनियों में Invest करना, Value Investing कहलाता है।

अगर मैं आपको दूसरे शब्दों में बताऊँ, तो इसे हम ऐसे कह सकते हैं कि किसी अच्छी कंपनी के शेयर्स को Discount Price पर खरीदना, Value Investing कहलाता है।

6. Growth Investing 

Growth Investing का मतलब होता है कि ऐसी कंपनियों में अपने पैसे Invest करना, जो कि High Growth वाली कंपनियां होती हैं, जो हमें Overall Market से अधिक Returns कमा कर दे सकें। मतलब कि ऐसी कंपनियों में अपने पैसे Invest करना, जो हमें हर साल स्टॉक Market Index से ज्यादा Returns कमा कर दे सकें। उसे हम Growth Investing कहते हैं।

7. Low Risk Low Profit Investing 

Low Risk Low Profit Investing का मतलब होता है कि जिसमें Risk भी कम होता है और Returns भी कम होते हैं, उसे हम Low Risk Low Profit Investing कहते हैं। जैसे कि FD (Fixed Deposit) और RD (Recurring Deposit) आदि।

8. Low Risk High Profit Investing 

 Low Risk High Profit Investing का मतलब होता है कि जिसमें Risk कम होता है लेकिन Returns ज्यादा होते हैं, उसे हम Low Risk High Profit Investing कहते हैं। जैसे कि Mutual Funds और Index Funds आदि।

9. High Risk High Profit Investing

High Risk High Profit Investing का मतलब होता है कि जिसमें Risk भी ज्यादा होता है और Returns भी ज्यादा होते हैं, उसे हम High Risk High Profit Investing कहते हैं। जैसे कि Stock Market, Commodity Market, Currency Market और Crypto Currency आदि।

3. Investing के लिए आज हमारे पास क्या-क्या विकल्प मौजूद है ?

Investing के लिए आज हमारे पास बहुत से विकल्प मौजूद है।

जैसे कि ;- 1. FD (Fixed Deposit)

2. RD (Recurring Deposit)

3. Senior Citizen Saving Scheme

4. PPF (Public Provident Fund)

5. (NPS) National Pension System

6. Bonds

7. Mutual Funds

8. Treasury Bills

9. Stock Market

10. Commodity Market

11. Currency Market

12. Crypto Market

13. Real Estate

4. Investment करना क्यों जरुरी है ?

दोस्तों, Investment करना क्यों जरूरी है, इसके कई कारण हो सकते हैं। 

जैसे कि ;- 1. Money Gain (पैसे की बढ़त)

2. Goal Fulfillment (लक्ष्य पूर्ति)

3. Inflation (मुद्रास्फीति)

4. Extra Income (अतिरिक्त आय)

5. Future Security (भविष्य की सुरक्षा)

1. Money Gain (पैसे की बढ़त)

Investment करना क्यों जरूरी है, इसका सबसे महत्त्वपूर्ण कारण यह है कि Investment करने से हमारे पैसो में वृद्धि होती है।

For Example ;- मान लेते हैं कि आप आने वाले 10 सालों तक हर महीने 15,000 रुपये अपने पास Save करते हैं। तो आने वाले 10 सालों के बाद आपके पास जो Total Amount Save होगी, वह होगी केवल 18 लाख रुपये। लेकिन अगर आप इसी 15,000 रुपये की Amount को SIP (Systematic Investment Plan) के माध्यम से हर महीने आने वाले 10 सालों तक 10 से 12 प्रतिशत के सालाना Return पर कहीं पर Invest करते हैं, तो आने वाले 10 सालों के बाद आपके पास जो Total Amount Save होगी, वह होगी 31 से 35 लाख रुपये। मतलब कि अगर आपने अपने पैसों को केवल Save करने के बजाए उन्हें कहीं पर 10 से 12 प्रतिशत के सालाना Return पर Invest किया होता तो आने वाले 10 सालों में उन पैसों की Value Double हो गई होती।

दोस्तों, इसी को Investing में “Compounding” का Magic कहा जाता है।

2. Goal Fulfillment (लक्ष्य पूर्ति )

हम अपने किसी बड़े Goal को पूरा करने के लिए भी Investment करना Start कर सकते हैं।

जैसे कि :- 1. अपनी या अपने बच्चों की Education के लिए।

2. नया घर बनाने के लिए।

3. शादी के लिए।

4. नई Car या Bike खरीदने के लिए।

5. Retirement के लिए।

3. Inflation (मुद्रास्फीति)

Inflation (मुद्रास्फीति), यानी महँगाई, से बचने के लिए भी हमें Investment करना बहुत जरूरी होता है क्योंकि अपने पैसों को सही जगह Invest करके ही हम महँगाई से खुद को बचा सकते हैं।

Inflation (मुद्रास्फीति) का मतलब होता है कि बाजार में लगातार वस्तुओं और सेवाओं की कीमतों में बढ़ोतरी होना। और मुद्रा की कीमतों में कमी आना, मुद्रास्फीति कहलाता है।

मुद्रास्फीति के कारण, हर साल वस्तुओं और सेवाओं की कीमतें बढ़ती जाती हैं, और मुद्रा की कीमतें कम होती जाती हैं। इसका मतलब है कि आज जो वस्तुएं या सेवाएं हमें 100 रुपये में मिल रही हैं, आने वाले 1 साल बाद वही चीजें हमें 104 या 105 रूपये में मिलेंगी। इसका मतलब है कि आने वाले एक साल में उन वस्तुओं और सेवाओं की कीमतों में 4 से 5 प्रतिशत की बढ़ोतरी होगी, और हमारे पास जो मुद्रा है, उसकी कीमतों में 4 से 5 प्रतिशत की कमी होगी।

इसलिए, मुद्रास्फीति से बचने के लिए भी हमें निवेश करना बहुत जरूरी होता है। क्योंकि निवेश करने से हमारे पैसों की Value समय के साथ बढ़ती रहती है। जिससे हमें मुद्रास्फीति के प्रभावों से बचने में मदद मिलती है।

चलिए, इसे हम एक Example के माध्यम से समझने की कोशिश करते हैं।

मान लेते हैं कि आप एक साल के लिए कहीं पर 100 रुपये Invest करते हैं और उस पर आपको 10% का Return मिलता है। तो एक साल के बाद आपके वह 100 रुपये बढ़कर 110 रुपये हो जाते हैं। मतलब कि आपके उन 100 रुपयों की Value 1 साल में 10 प्रतिशत बढ़ी है। जबकि हमारे देश में Inflation Rate हर साल On An Average (औसतन) 4 से 5 प्रतिशत ही बढ़ती है। इसका मतलब है कि अगर हम अपने पैसों को सही से Invest करके उन पर हर साल On An Average (औसतन) 10 से 12 प्रतिशत का Return कमाते हैं, तो हम हर साल बढ़ने वाले Inflation यानी महंगाई से भी खुद को बचा सकते हैं और अपने पैसों की वैल्यू को भी बढ़ा सकते हैं।

Inflation
Inflation Rate Chart
4. Extra Income (अतिरिक्त आय)

हम अपने पैसों को सही से Invest करके अपने लिए एक Extra Income (अतिरिक्त आय) का रास्ता भी बना सकते हैं।

5. Future Security (भविष्य की सुरक्षा)

दोस्तों, Future में अचानक आने वाली किसी भी Problem के लिए, जिसके बारे में अभी हमें कुछ भी पता नहीं है, उसके लिए भी हमें हर महीने कुछ Amount कहीं सुरक्षित जगह पर Invest करनी चाहिए। ताकि आने वाले समय में जब भी हमें पैसों की जरूरत पड़े, तो हमारे पास पहले से ही इसकी सुरक्षा हो।

5. Investment के सबसे Risk Free साधन कौन-कौन से हैं ?

Investment के सबसे Risk Free Options ;-

  1. FD (Fixed Deposit)
  2. RD (Recurring Deposit)
  3. Gold
  4. Post Office Deposit
  5. Debt Mutual Funds
  6. PPF (Public Provident Fund)
  7. Company Deposits
  8. Fixed Maturity Plans
  9. Index Mutual Funds

6. दुनिया के Top 5 Richest Investors कौन हैं ?

Warren Buffett
Warren Buffett
Jim Simons
Jim Simons
Ray Dalio
Ken Griffin
Ken Griffin
Carl Icahn
Carl Icahn

7. हम कैसे Risk Free Investment Start कर सकते हैं ?

दोस्तों, अगर आप निवेश में कोई जोखिम नहीं लेना चाहते हैं, या फिर कोई Risk-Free Investment शुरू करना चाहते हैं, तो इसके लिए आप अपने पैसों को FD (Fixed Deposit) या RD (Recurring Deposit) में निवेश कर सकते हैं। जो कि पूरी तरह से Safe और Risk Free Investment होती हैं।

लेकिन यहाँ पर ध्यान देने वाली बात यह है कि FD (Fixed Deposit) और RD (Recurring Deposit) में Risk कम होने के साथ-साथ Returns भी बहुत कम होते हैं।

आमतौर पर FD और RD में सालाना तौर पर ज्यादा से ज्यादा 6 से 7 प्रतिशत का Returns ही हमें हमारी Investment पर मिल सकता है, जो कि बढ़ती हुई Inflation (मुद्रास्फीति) को देखते हुए काफी कम है। क्योंकि FD और RD में हमें Inflation (मुद्रास्फीति) की On An Average (औसतन) बढ़त के बाद, 2 या 3 प्रतिशत का फायदा ही हमें हमारी Investment पर मिल पाता है, जो कि काफी कम होता है।

इसलिए दोस्तों, मेरे विचार से आपको अपनी Risk Free Investment की शुरुआत SIP के माध्यम से Index Funds से करनी चाहिए। क्योंकि Index Funds कम Risky भी होते हैं और इनमें Returns भी आमतौर पर FD और RD की तुलना में अधिक होता है।

Important Points

  • Investing (निवेश) का मतलब होता है कि आज किसी ऐसे Asset, Commodity, Products, या Property में Fundamental Analysis करके अपने पैसे लगाना या आज उन्हें खरीदना जिनकी भविष्य में कीमत बढ़ने वाली हो, ताकि आने वाले समय में हमें उनसे एक Extra Income या Profit मिल सके। उसे हम Investing या निवेश कहते हैं।
  • अगर आप Risk-Free Investment करना चाहते हैं, तो इसके लिए आप अपने पैसों को FD (Fixed Deposit) या RD (Recurring Deposit) में निवेश कर सकते हैं।
  • Investment करने के लिए आज हमारे पास बहुत से विकल्प मौजूद हैं, जैसे कि Stock Market, Mutual Funds, Real Estate, Crypto, Gold, और Bonds इत्यादि।
  • Investing एक जोखिम भरा काम होता है, इसलिए हमें अच्छे से Analysis करने के बाद ही अपने पैसों को कहीं पर Invest करना चाहिए, नहीं तो हमें नुकसान का सामना करना पड़ सकता है।
  • Investment करना एक Long Term Process है। इसमें हमें रातों-रात अमीर बनने की उम्मीद नहीं करनी चाहिए।
  • Investment करने के कई कारण हो सकते हैं, जैसे कि Financial रूप से Free होना, अपनी Wealth को बढ़ाना, अपने लिए एक Extra Income Generate करना, Inflation (महँगाई) से बचना, और अपने Future को Financial तौर पर सुरक्षित करना इत्यादि।
  • Inflation (मुद्रास्फीति) का मतलब होता है कि बाजार में लगातार वस्तुओं और सेवाओं की कीमतों में बढ़ोतरी होना। और मुद्रा की कीमतों में कमी आना, मुद्रास्फीति कहलाता है।
  • दोस्तों, Investment करना केवल पैसा कमाने के बारे में नहीं है – यह खुद को बड़ी चीजों का एक हिस्सा बनाने और अपने भविष्य को एक नया और ऊंचा आकार देने का तरीका भी हो सकता है।

NOTE;- अगर आपके पास अभी तक Demat और Trading Account नहीं है, तो आप निचे दिए गए Link पर Click करके भारत के प्रमुख Discount Broker के पास अपना Demat और Trading Account खोल सकते हैं और Stock Market में Invest कर सकते हैं।

So I Hope कि आपको समझ में आ गया होगा कि Investing क्या होती है ? तो आपको Investing पर हमारा यह Article कैसा लगा, निचे Comments करके जरूर बताइयेगा।

धन्यवाद ।। ”

 

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *