नमस्कार दोस्तों Bazaareducation में आपका स्वागत है आज हम इस Article में Dividend-Yield क्या होता है ? इस बारे में Complete Details में जानने वाले है |
जैसे की ;- 1. Dividend क्या होता है ?
2. Dividend-Yield क्या होता है ?
3. Dividend Per Share (DPS) क्या होता है ?
4. Dividend Payout Ratio (DPR) क्या होता है ?
5. Dividend कितने प्रकार के होते है ?
6. Dividend Per Share (DPS) हम कैसे Calculate कर सकते है ?
7. Dividend-Yield हम कैसे Calculate कर सकते है ?
8. Dividend Payout Ratio (DPR) हम कैसे Calculate कर सकते है ?
9. Dividend-Yield से हमे किसी भी कम्पनी के बारे में क्या पता चलता है ?
10. Dividend Dates को समझना क्यों महत्वपूर्ण है ?
11. हम कैसे किसी भी कम्पनी का Dividend Percentage और Dividend Per Share (DPS) चेक कर सकते है ?
12. हम कैसे किसी भी कम्पनी का Dividend-Yield चेक कर सकते है ?
1. Dividend क्या होता है ?
एक कम्पनी अपने एक Financial Year में जितना Profit कमाती है उस Profit में से कुछ हिस्सा वह अपने Shareholders में अतिरिक्त आय (Extra Income) के रूप में बांटती है जिसे हम Dividend या लाभांश कहते है |
अगर मैं आपको आसान शब्दों में बताऊ की Dividend क्या होता है ? तो इसे हम ऐसे कह सकते है कि जब भी हम किसी कम्पनी में लम्बे समय के लिए अपने पैसे Invest करते है मतलब की दोस्तों जब हम किसी कम्पनी के शेयर्स को लम्बे समय के लिए खरीदते है तो ज्यादातर कम्पनीज हमे उनके ख़रीदे गए प्रत्येक शेयर पर अपने Profit में से कुछ हिस्सा Extra Income या Reward के रूप में बांटती है जिसे हम Dividend कहते है |
दोस्तों एक कम्पनी अपने Shareholders को उनके ख़रीदे गए प्रत्येक शेयर के बदले कितना प्रतिशत Dividend देगी, यह फैसला पूरी तरह से उस कम्पनी के Board Of Directors के हाथ में होता है |
और अगर दोस्तों कोई कम्पनी अपने पिछले 5 साल से अपने Shareholders को उनकी की गई Investment पर Dividend देती आई है तो उसका यह मतलब नहीं है कि वो कम्पनी आगे भी अपने Shareholders को उनकी की गई Investment पर Dividend देगी, मतलब की दोस्तों एक कम्पनी द्वारा अपने Shareholders को Dividend देना या ना देना यह फैसला भी पूरी तरह से उस कम्पनी के Board Of Directors के हाथ में होता है |
अगर कम्पनी के Board Of Directors चाहे, तो वो कम्पनी के Profit में से कुछ हिस्सा अपने Shareholders को उनकी की गई Investment पर Dividend के रूप में बांट सकते है और अगर कम्पनी के Board Of Directors अपने Shareholders को Dividend ना देना चाहे, तो वह कम्पनी के Profit को फिर से कम्पनी के Business में Reinvest कर सकते है ताकि कम्पनी के Business को और ज्यादा Grow कर सके |
दोस्तों मैं आपको बता दूँ कि जब भी कोई कम्पनी अपने Shareholders को Dividend देती है तो वह अपनी Face Value के आधार पर देती है ना की अपने शेयर की Market Value के आधार पर मतलब की दोस्तों जब भी हम सुनते है कि किसी XYZ Limited कम्पनी ने अपने Shareholders को उनके ख़रीदे गए प्रत्येक शेयर पर 150 या 200 प्रतिशत का Dividend दिया है तो उसका मतलब होता है कि उस कम्पनी ने अपने Shareholders को उनके ख़रीदे गए प्रत्येक शेयर पर अपनी Face Value के आधार पर 150 या 200 प्रतिशत का Dividend दिया है ना की अपने शेयर की Market Value के आधार पर |
चलिए इसे हम एक Example के माध्यम से समझने की कोशिश करते है |
मान लेते है कि एक Bazaareducation नाम की कम्पनी है जिसकी Face Value 5 रूपये है और उस कम्पनी के शेयर की Market Value 200 रूपये है |
और मान लेते है कि उस Bazaareducation कम्पनी के Board Of Directors ने अपने सभी Shareholders को उनके ख़रीदे गए प्रत्येक शेयर पर 100 प्रतिशत का Dividend दिया है तो उसका मतलब होता है कि उस Bazaareducation कम्पनी ने अपने सभी Shareholders को उनके ख़रीदे गए प्रत्येक शेयर पर 5 रूपये का Dividend दिया है जो की उस कम्पनी की Face Value का 100 प्रतिशत होता है ना की उस कम्पनी की Market Value का |
2. Dividend-Yield क्या होता है ?
Dividend-Yield एक Financial Ratio होता है जिसकी Help से हमें पता चलता है कि एक कम्पनी अपने शेयर कि Current Market Price के आधार पर अपने Shareholders को उनके ख़रीदे गए हर एक (Each) शेयर पर अपने एक Financial Year में Total कितने प्रतिशत का Dividend दे रही है |
मतलब की दोस्तों अगर किसी कम्पनी का Dividend-Yield 5 प्रतिशत है तो उसका मतलब होता है कि उस कम्पनी ने अपने शेयर कि Current Market Price के आधार पर अपने Shareholders को उनके ख़रीदे गए हर एक (Each) शेयर पर अपने एक Financial Year में Total 5 प्रतिशत का Dividend दिया है |
दोस्तों मैं आपको बता दूँ कि एक कम्पनी के Dividend-Yield का उस कम्पनी के शेयर की Current Market Price से उल्टा Relation होता है मतलब की दोस्तों जब एक कम्पनी के शेयर की Market Price बढ़ती है तब उस कम्पनी का Dividend-Yield घटता है और जब एक कम्पनी के शेयर की Market Price घटती है तब उस कम्पनी का Dividend-Yield बढ़ता है |
इसलिए किसी भी ज्यादा Dividend-Yield वाली कम्पनी में अपने पैसे Invest करने से पहले आपको ध्यान से देखना चाहिए कि उस कम्पनी का Dividend-Yield ज्यादा क्यों है |
- क्या उस कम्पनी ने अपने Shareholders को ज्यादा Dividend दिया है जिस वजह से उस कम्पनी का Dividend-Yield ज्यादा है या फिर उस कम्पनी के शेयर की Market Price में आई गिरावट के कारण हमें उस कम्पनी का Dividend-Yield ज्यादा लग रहा है |
दोस्तों किसी भी कम्पनी का Dividend-Yield ज्यादा होने के दो कारण हो सकते है |
- पहला कारण तो यह है कि उस कम्पनी के शेयर की Market Price बहुत ज्यादा गिर चुकी है जिस वजह से उस कम्पनी का Dividend-Yield हमें ज्यादा दिख रहा है क्योंकि दोस्तों अच्छी कम्पनीज 1 या 2 प्रतिशत से ज्यादा का Dividend नहीं देती |
- और दूसरा कारण यह है कि वो कम्पनी अपने Business से पैसा तो बहुत कमा रही है लेकिन अपने Business को और ज्यादा Grow कैसे करना है इसकी कोई Planning नहीं है उस कम्पनी के पास, इसलिए कम्पनी अपने कमाए हुए पैसो का बहुत बड़ा हिस्सा अपने Shareholders में Dividend के रूप में बांट रही है जिस वजह से उस कम्पनी का Dividend-Yield हमें ज्यादा दिख रहा है |
इसलिए दोस्तों किसी भी ज्यादा Dividend-Yield वाली कम्पनी में अपने पैसे Invest करने से पहले आपको एक बार उस कम्पनी के शेयर की पिछले 5 से 10 साल की Chart History को जरूर देखना चाहिए फिर जाकर ही उस कम्पनी में अपने पैसे Invest करने चाहिए |
3. Dividend Per Share (DPS) क्या होता है ?
दोस्तों जैसा की नाम से ही पता चलता है DPS मतलब की (Dividend Per Share) जिसका हिंदी में अर्थ होता है ” प्रति शेयर लाभांश ” मतलब की एक कम्पनी ने अपने एक Financial Year में अपने Shareholders को उनके ख़रीदे गए हर एक (Each) शेयर पर कितने रुपयों का Dividend दिया है उसे हम उस कम्पनी का Dividend Per Share कहते है |
For Example ;- मान लेते है कि एक Bazaareducation नाम की कम्पनी है जिसका DPS मतलब की (Dividend Per Share) 5 रूपये है तो उसका मतलब होता है कि उस कम्पनी ने अपने Shareholders को उनके ख़रीदे गए प्रत्येक (Each) शेयर पर 5 रूपये का Dividend दिया है |
4. Dividend Payout Ratio (DPR) क्या होता है ?
एक कम्पनी अपने एक Financial Year में जितना Profit कमाती है उस Profit में से कितना प्रतिशत हिस्सा वह अपने Shareholders में Dividend के रूप में बाँट रही है उसे हम उस कम्पनी का (DPR) मतलब की Dividend Payout Ratio कहते है |
For Example ;- मान लेते है कि एक Bazaareducation नाम की कम्पनी है जिसका DPR मतलब की (Dividend Payout Ratio) 20 प्रतिशत है तो उसका मतलब होता है कि उस कम्पनी ने अपने Shareholders को अपने Net Profit में से 20 प्रतिशत हिस्सा Dividend के रूप में बांटा है |
5. Dividend कितने प्रकार के होते है ?
दोस्तों Dividend छः प्रकार के होते है पर ज्यादातर कम्पनीज Most Of The Time अपने Shareholders को Cash के रूप में ही Dividend की Payment करना पसंद करती है |
- Cash Dividend
- Stock Dividend
- Scrip Dividend
- Liquidating Dividend
- Property Dividend
-
Special Dividend
Cash Dividend (नकद लाभांश)
Cash Dividend का मतलब होता है कि जिसमे एक कम्पनी अपने Net Profit में से कुछ प्रतिशत हिस्सा अपने Shareholders में Dividend के रूप में बांटती है उसे हम Cash Dividend या नकद लाभांश कहते है I
Cash Dividend एक कम्पनी द्वारा Electronic रूप से सीधे अपने Shareholders के Account में भेजा जाता है लेकिन कभी कभार कम्पनी द्वारा Cash Dividend का भुगतान Cheque के माध्यम से भी किया जा सकता है |
दोस्तों Cash Dividend भी दो प्रकार के होते है |
- Interim Dividend
- Final Dividend
Interim Dividend (अंतरिम लाभांश)
Interim Dividend का मतलब होता है जो एक कम्पनी द्वारा अपने Financial Year के Complete होने से पहले अपने Shareholders में बांटा जाता हो उसे हम Interim Dividend कहते है |
अगर दूसरे शब्दों में कहा जाए तो हम कह सकते है कि Interim Dividend वो Dividend होता है जो एक कम्पनी द्वारा Quarterly (त्रैमासिक) Basis पर अपने Shareholders में बांटा जाता है उसे हम Interim Dividend या Quarterly Dividend भी कहते है जिसका मतलब होता है कि एक कम्पनी अपने एक Financial Year में 3 से 4 बार Interim Dividend का भुगतान कर सकती है |
दोस्तों मैं आपको बता दूँ कि एक कम्पनी अपने एक Financial Year के बिच कभी भी अपने Shareholders में Interim Dividend का भुगतान कर सकती है |
Interim Dividend का भुगतान कंपनी के बचे हुए लाभ मतलब की (Retained Profit) या Cash Reserve में से किया जाता है |
Final Dividend (अंतिम लाभांश)
जैसा की दोस्तों नाम से ही पता चलता है Final Dividend मतलब की अंतिम लाभांश जो एक कम्पनी द्वारा अपने Shareholders को अपने Financial Year के Last में दिया जाता है उसे हम Final Dividend (अंतिम लाभांश) या Annual Dividend भी कहते है |
Stock Dividend (शेयर लाभांश)
Stock Dividend का मतलब होता है कि जिसमे एक कम्पनी अपने Shareholders को Cash में Dividend ना देकर Extra Shares के रूप में Dividend देती है जिसे हम Bonus Issue के नाम से भी जानते है |
Stock Dividend में एक कम्पनी अपने Shareholders को उनके ख़रीदे गए शेयर्स के आधार पर कुछ शेयर्स फ्री में देती है जिस वजह से निवेशक Stock Dividend को Cash Dividend से बेहतर मानते है |
दोस्तों आने वाले Articles में हम Stock Dividend या Bonus Issue क्या होता है ? इस बारे में Complete Details में जानने वाले है |
Scrip Dividend (पत्रक लाभांश)
Scrip Dividend एक तरह का वादा पत्र (Promissory Note) होता है जो एक कम्पनी द्वारा तब जारी किया जाता है जब उसके पास अपने Shareholders को Dividend देने के लिए पर्याप्त पैसा नहीं होता है मतलब की दोस्तों Scrip Dividend एक तरह से कम्पनी द्वारा अपने Shareholders के साथ किया गया एक वादा है जो Future में किसी खास दिन Dividend Pay करने की गारंटी देता है |
Liquidating Dividend (द्रवित लाभांश)
Liquidating Dividend का मतलब होता है कि जब कोई कम्पनी बंद हो जाने या डूब जाने की स्थिति में होती है तब उस कम्पनी के Owners द्वारा कम्पनी को पूरी तरह से बंद करने से पहले अपने Shareholders को अंतिम Dividend के रूप में Liquidating Dividend का भुगतान किया जाता है |
Liquidating Dividend का भुगतान कम्पनी की सभी Liabilities को चुकाने के बाद किया जाता है मतलब की दोस्तों जब एक कम्पनी के पास Assets अपनी Liabilities से अधिक होते है तब वह कम्पनी अपने Shareholders को अंतिम Dividend के रूप में Liquidating Dividend का भुगतान कर सकती है लेकिन जब एक कम्पनी के पास Assets अपनी Liabilities से कम होते है तो उस स्थिति में वह कम्पनी अपने Shareholders को Liquidating Dividend का भुगतान नहीं कर सकती, क्योंकि उसके लिए कम्पनी के पास कोई संपत्ति नहीं बची होती है |
Liquidating Dividend का भुगतान एक कम्पनी द्वारा तब भी किया जा सकता है जब वह Cash के लिए अपने Business के एक हिस्से को बेच देती है उस स्थिति में भी Liquidating Dividend का भुगतान किया जा सकता है |
दोस्तों मैं आपको बता दूँ कि Liquidating Dividend का भुगतान एक कम्पनी द्वारा अपने Shareholders के ख़रीदे हुए शेयर्स के आधार पर Cash या Assets के रूप में किया जाता है |
Property Dividend (संपत्ति लाभांश)
Property Dividend का मतलब होता है कि जिसमे एक कम्पनी अपने Shareholders को Cash या Stocks में Dividend ना देकर संपत्ति के रूप में Dividend देती है और ऐसा एक कम्पनी तब करती है जब उनके पास Operating Cash की कमी होती है तो ऐसे में एक कम्पनी अपने Shareholders को गैर-मौद्रिक (Non Monetary) लाभांश का भुगतान करती है जिसमे वह चल, अचल संपत्ति जैसे की Land, Vehicles आदि को अपने Shareholders में Dividend के रूप में बांटती है |
दोस्तों मैं आपको बता दूँ कि एक कम्पनी Property Dividend का भुगतान कभी कभार ही करती है जब उसके पास Cash की कमी होती है |
Special Dividend (विशेष लाभांश)
Special Dividend का मतलब होता है कि जब कोई कम्पनी अपने Shareholders को अपनी Dividend Payout Policy के साथ साथ अलग से किसी अन्य Dividend का भुगतान करती है तो उसे हम Special Dividend कहते है |
दोस्तों एक कम्पनी द्वारा Special Dividend का भुगतान तब किया जाता है जब उसे अपने Business में अत्यधिक Profit होता है और यह Dividend आम तौर पर बाकि सब Dividend की तुलना में अधिक भी होता है |
6. Dividend Per Share (DPS) हम कैसे Calculate कर सकते है ?
दोस्तों एक कम्पनी का DPS मतलब की (Dividend Per Share) हम तीन Different तरीको से कैलकुलेट कर सकते है जैसा की आप निचे देख सकते है |
Dividend Per Share = Total Dividend Paid / Total Outstanding Shares
Dividend Per Share = EPS (Earnings Per Share) * Dividend Payout Ratio / 100
Dividend Per Share = Face Value * Dividend Percentage / 100
चलिए इसे हम एक Example के माध्यम से समझने की कोशिश करते है कि कैसे हम किसी भी कम्पनी का DPS (Dividend Per Share) कैलकुलेट कर सकते है |
मान लेते है कि एक Bazaareducation नाम की कम्पनी है जिसका Financial Data कुछ इस प्रकार है जैसा की आप निचे चार्ट में देख सकते है |
Number | Financial Data | Bazaareducation |
1. | Net Profit | 100 करोड़ |
2. | Total Dividend Paid | 30 करोड़ |
3. | Dividend Payout Ratio | 30 प्रतिशत |
4. | Total Outstanding Shares | 2 करोड़ |
5. | EPS (Earnings Per Share) | 50 रूपये |
6. | Dividend Percentage | 150 प्रतिशत |
7. | Face Value | 10 रूपये |
तो दोस्तों ऊपर दिए गए Financial Data के आधार पर उस Bazaareducation कम्पनी का DPS (Dividend Per Share) होगा |
First Way
Dividend Per Share = Total Dividend Paid / Total Outstanding Shares
30 करोड़ / 2 करोड़ = 15 रूपये
Second Way
Dividend Per Share = EPS (Earnings Per Share) * Dividend Payout Ratio / 100
50 रूपये * 30 / 100
1500 / 100 = 15 रूपये
Third Way
Dividend Per Share = Face Value * Dividend Percentage / 100
10 रूपये * 150 / 100
1500 / 100 = 15 रूपये
तो दोस्तों उस Bazaareducation कम्पनी का DPS (Dividend Per Share) होगा 15 रूपये जिसका मतलब होता है कि उस कम्पनी ने अपने Shareholders को उनके ख़रीदे गए हर एक (Each) शेयर पर 15 रूपये का Dividend दिया है |
तो दोस्तों इस तरह से हम किसी भी कम्पनी का DPS (Dividend Per Share) कैलकुलेट कर सकते है |
7. Dividend-Yield हम कैसे Calculate कर सकते है ?
दोस्तों किसी भी कम्पनी का Dividend-Yield कैलकुलेट करने के लिए हमे उस कम्पनी के Annual DPS मतलब की (Dividend Per Share) को उस कम्पनी के शेयर की Current Market Price से Divide करना होता है |
” Annual DPS (Dividend Per Share) का मतलब होता है कि एक कम्पनी ने अपने Shareholders को उनके ख़रीदे गए हर एक (Each) शेयर पर अपने एक Financial Year में Total कितने रुपयों का Dividend दिया है | “
चलिए इसे हम ऊपर दिए गए Example के माध्यम से समझते है कि कैसे हम किसी भी कम्पनी का Dividend-Yield कैलकुलेट कर सकते है |
तो मान लेते है कि Bazaareducation कम्पनी के शेयर की Current में Market Price चल रही है 500 रूपये |
और Bazaareducation कम्पनी ने अपने Shareholders को उनके ख़रीदे गए हर एक (Each) शेयर पर अपने एक Financial Year में Total Dividend दिया है 15 रुपयों का |
तो Bazaareducation कम्पनी का Dividend-Yield होगा ?
Dividend-Yield = Annual Dividend Per Share / Share Current Market Price * 100
15 रूपये / 500 * 100
0.03 * 100 = 3 प्रतिशत
तो दोस्तों Bazaareducation कम्पनी का Dividend-Yield होगा 3 प्रतिशत जिसका मतलब होता है कि Bazaareducation कम्पनी ने अपने Shareholders को उनके ख़रीदे गए हर एक (Each) शेयर पर अपने शेयर की Current Market Price के आधार पर 3 प्रतिशत का Dividend दिया है |
8. Dividend Payout Ratio (DPR) हम कैसे Calculate कर सकते है ?
दोस्तों एक कम्पनी का DPR मतलब की (Dividend Payout Ratio) हम दो Different तरीको से कैलकुलेट कर सकते है जैसा की आप निचे देख सकते है |
Dividend Payout Ratio = Total Dividend Paid / Net Profit * 100
Dividend Payout Ratio = Dividend Per Share / EPS * 100
चलिए इसे हम एक Example के माध्यम से समझने की कोशिश करते है |
मान लेते है कि एक ABC Limited नाम की कम्पनी है जिसका Financial Data कुछ इस प्रकार है जैसा की आप निचे चार्ट में देख सकते है |
Number | Financial data | ABC Limited |
1. | Net Profit | 500 करोड़ |
2. | Total Dividend Paid | 80 करोड़ |
3. | EPS (Earnings Per Share) | 50 रूपये |
4. | (DPS) Dividend Per Share | 8 रूपये |
तो दोस्तों ऊपर दिए गए Financial Data के आधार पर उस ABC Limited कम्पनी का DPR (Dividend Payout Ratio) होगा |
First Way
Dividend Payout Ratio = Total Dividend Paid / Net Profit * 100
80 करोड़ / 500 करोड़ * 100
0.16 * 100 = 16 प्रतिशत
Second Way
Dividend Payout Ratio = Dividend Per Share / EPS * 100
8 रूपये / 50 रूपये * 100
0.16 * 100 = 16 प्रतिशत
तो दोस्तों उस ABC Limited कम्पनी का DPR (Dividend Payout Ratio) होगा 16 प्रतिशत जिसका मतलब होता है कि उस ABC Limited कम्पनी ने अपने Net Profit का 16 प्रतिशत हिस्सा अपने Shareholders में Dividend के रूप में बांटा है |
9. Dividend-Yield से हमे किसी भी कम्पनी के बारे में क्या पता चलता है ?
- Dividend-Yield से हमे पता चलता है कि एक कम्पनी अपने शेयर कि Current Market Price के आधार पर अपने Shareholders को उनके ख़रीदे गए हर एक (Each) शेयर पर अपने एक Financial Year में Total कितने प्रतिशत का Dividend दे रही है |
- Dividend-Yield का उपयोग हम Dividend देने वाले स्टॉक्स का Dividend Compare करने के लिए भी कर सकते है कि कौनसी कम्पनी अपने Shareholders को उनकी कि गई Investment पर ज्यादा Dividend दे रही है |
10. Dividend Dates को समझना क्यों महत्वपूर्ण है ?
एक Investor या Shareholder के लिए Dividend Dates को समझना इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इन्ही Dates को एक कम्पनी अपने Shareholders को Dividend देने की घोषणा करती है और इन्ही Dates पर कम्पनी अपने उन Shareholders को चुनती है जिनको कम्पनी के द्वारा Dividend दिया जायेगा इसलिए एक निवेशक या शेयरहोल्डर के लिए Dividend Dates को समझना बहुत महत्वपूर्ण है |
दोस्तों Dividend Dates को Four Types में बांटा गया है |
- Dividend Declaration Date
- Ex Dividend Date
- Record Date
- Dividend Payout Date
Dividend Declaration Date
Dividend Declaration Date वो Date होती है जिस दिन AGM की Meeting होती है जिसमे कम्पनी के Board Of Directors अपने Shareholders को Dividend देने की घोषणा करते हैं और इस घोषणा में कम्पनी के Board Of Directors द्वारा Dividend Distribution की तारीख, Dividend की राशि और Record Date की भी घोषणा की जाती है |
Ex Dividend Date
Ex Dividend Date सामान्यतः Record Date से एक दिन पहले का दिन होता है मतलब की दोस्तों जब भी कोई कम्पनी Record Date की घोषणा करती है तो Ex Dividend Date अपने आप उस कम्पनी की Record Date से एक दिन पहले Set हो जाती है |
अगर आपको किसी कम्पनी से Dividend लेना है तो आपको उस कम्पनी के शेयर्स को Ex Dividend Date से पहले खरीदना होता है |
अगर आप Ex Dividend Date से पहले उस कम्पनी के शेयर्स को नहीं खरीद पाते है तो आपको उस कम्पनी से Dividend नहीं मिलेगा |
दोस्तों Ex Dividend Date सामान्यतः Record Date से एक दिन पहले अपने आप इसलिए Set हो जाती है क्योंकि भारत में अगर हम किसी कम्पनी के शेयर्स को खरीदते है तो उन शेयर्स का सेटलमेंट T+1 के आधार पर होता है मतलब की दोस्तों अगर आज हम किसी कम्पनी के शेयर्स को खरीदते है तो उस कम्पनी के शेयर्स एक दिन बाद हमारे Demat Account में आते है इसलिए अगर हमे किसी कम्पनी से Dividend लेना है तो हमे उस कम्पनी के शेयर्स को Ex Dividend Date से पहले खरीदना होता है |
Record Date
Record Date वो Date होती है जिस दिन कम्पनी अपने Records को देखती है और उसमें जिन Shareholders के नाम होते है कम्पनी उन्हें Dividend देने का फैसला करती है |
दोस्तों मैं आपको बता दूँ कि आमतौर पर Dividend की घोषणा और Record Date के बिच कम से कम 30 दिनों का फासला होता है |
Dividend Payout Date
Dividend Payout Date वह Date होती है जिस दिन कम्पनी अपने Shareholders को Dividend का भुगतान करती है |
11. हम कैसे किसी भी कम्पनी का Dividend Percentage और Dividend Per Share (DPS) चेक कर सकते है ?
दोस्तों हम Nseindia.com, Bseindia.com, Investing.com, Moneycontrol.com और Ticker – Finology जैसी बहुत सी Website पर जाकर किसी भी कम्पनी का Dividend Percentage और Dividend Per Share (DPS) चेक कर सकते है निचे Ticker – Finology Website पर जाकर हम कैसे किसी भी कम्पनी का Dividend Percentage और Dividend Per Share (DPS) चेक कर सकते है वो Details में बताया गया है, इसके लिए आपको बस Google पर जाकर Ticker – Finology Search करना है और उस Site को Open करना है |
Ticker – Finology Site Open करने के बाद आपको यहां पर जिस भी कम्पनी का Dividend Percentage और Dividend Per Share (DPS) चेक करना हो, आपको यहाँ पर उस कम्पनी का नाम लिखना है और उसे Search करना है |
कम्पनी का नाम Search करने के बाद आपको यहाँ पर “Corporate Action” के Option पर Click करना है |
दोस्तों “Corporate Action” के Option पर Click करने के बाद आप यहाँ पर उस कम्पनी का Dividend Percentage और Dividend Per Share (DPS) एक साथ देख सकते है |
12. हम कैसे किसी भी कम्पनी का Dividend-Yield चेक कर सकते है ?
दोस्तों हम Nseindia.com, Bseindia.com, Investing.com, Moneycontrol.com और Ticker – Finology जैसी बहुत सी Website पर जाकर किसी भी कम्पनी का Dividend-Yield चेक कर सकते है निचे Ticker – Finology Website पर जाकर हम कैसे किसी भी कम्पनी का Dividend-Yield चेक कर सकते है वो Details में बताया गया है, इसके लिए आपको बस Google पर जाकर Ticker – Finology Search करना है और उस Site को Open करना है |
Ticker – Finology Site Open करने के बाद आपको यहां पर जिस भी कम्पनी का Dividend-Yield चेक करना हो आपको यहाँ पर उस कम्पनी का नाम लिखना है और उसे Search करना है |
दोस्तों कम्पनी का नाम Search करने के बाद आप यहाँ पर “Company Essentials” में उस कम्पनी का Dividend-Yield देख सकते है |
NOTE;- अगर आपके पास अभी तक Demat और Trading Account नहीं है तो आप निचे दिए गए Links पर Click करके भारत के प्रमुख Discount Brokers के पास अपना Demat और Trading Account खोल सकते है और Stock Market में Trading और Invest कर सकते है |
So I Hope कि आपको समझ में आ गया होगा कि Dividend-Yield क्या होता है ? तो आपको Dividend-Yield पर हमारा ये Article कैसा लगा निचे comments कर के जरूर बताइयेगा ||